नई दिल्ली। आज के तेज रफ्तार जीवन में, खासकर मेट्रो शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर में, घर खरीदना या रेंट पर रहना एक बड़ा सवाल बन गया है। लगातार बढ़ती प्रॉपर्टी की कीमतों और जीवनशैली की बदलती जरूरतों को देखते हुए, सही फैसला लेना जरूरी हो गया है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट रश्मि वर्मा ने इस विषय पर स्पष्ट सलाह दी है, जिससे आपको अपनी आर्थिक स्थिति और भविष्य की योजना के अनुसार सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।
घर खरीदना: कब और क्यों हो फायदेमंद?
रश्मि वर्मा कहती हैं, “अगर आपकी आय स्थिर है और आप आने वाले 10 से 15 साल तक एक ही शहर में रहने की योजना बना रहे हैं, तो घर खरीदना एक समझदारी भरा निवेश हो सकता है।” घर खरीदने से आप रेंट की बचत करते हैं, साथ ही प्रॉपर्टी की कीमत में वृद्धि के चलते आपका निवेश भी बढ़ता है।
लेकिन ध्यान रखें, घर खरीदना सिर्फ प्रॉपर्टी के दाम पर निर्भर नहीं करता। आपको डाउन पेमेंट, होम लोन की EMI, सालाना मेंटेनेंस, टैक्स और अप्रत्याशित मरम्मत के खर्चों को भी अपने बजट में शामिल करना होगा। इसके बिना आर्थिक दबाव बन सकता है।
घर खरीदने के खर्चे
डाउन पेमेंट: जो आमतौर पर प्रॉपर्टी कीमत का 10-20% होता है।
होम लोन EMI: मासिक किस्तें जो आपकी आय का एक बड़ा हिस्सा ले सकती हैं।
मेंटेनेंस और मरम्मत: सालाना खर्च जो अक्सर अनदेखा रह जाता है।
प्रॉपर्टी टैक्स: जो सालाना देना होता है।
रेंट पर रहना: कब बेहतर विकल्प?
रेंट पर रहने के कई फायदे हैं। यह आपको आर्थिक रूप से लचीला बनाता है। आप नौकरी या शहर बदलने की स्थिति में आसानी से स्थानांतरण कर सकते हैं। रेंट पर रहने से होम लोन की EMI और डाउन पेमेंट की चिंता नहीं रहती। इससे आपकी बचत और निवेश के लिए ज्यादा पैसा बचता है।
फिर भी, फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबे समय तक रेंट पर रहने से संपत्ति बनाने का अवसर खो जाता है, जो भविष्य में आर्थिक सुरक्षा के लिए जरूरी हो सकता है।
सलाह
रश्मि वर्मा की सलाह है कि घर खरीदने या रेंट पर रहने का फैसला आपकी मासिक आय, बचत, निवेश क्षमता, करियर की स्थिरता और भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखकर लें। यदि आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत है और आप लंबे समय तक एक जगह टिकने की सोच रहे हैं, तो घर खरीदना बेहतर रहेगा। वहीं, यदि करियर में बदलाव या शहर बदलने की संभावना है, तो रेंट पर रहकर बचत को सही निवेश में लगाना ज्यादा फायदेमंद होगा।
आपकी आर्थिक समझदारी से होगा भविष्य मजबूत
घर खरीदना या रेंट पर रहना दोनों विकल्पों के फायदे और नुकसान हैं। सही फैसला तभी संभव है जब आप अपनी वित्तीय स्थिति, करियर, और भविष्य की योजना का पूरा आकलन करें। बिना योजना और जल्दबाजी में लिए गए फैसले से आर्थिक दबाव और परेशानी हो सकती है।
इसलिए, अपनी वित्तीय स्थिति की समीक्षा करें, एक्सपर्ट से सलाह लें और सोच-समझकर निर्णय लें। आपका भविष्य आपके सही फैसले पर निर्भर करता है।
