नई दिल्ली। आधुनिक जीवनशैली और अनियोजित खर्चों की वजह से कई लोगों के सामने कई पर्सनल लोन का बोझ बढ़ जाता है। मेडिकल इमरजेंसी, घर की मरम्मत या अन्य जरूरी खर्चों के लिए लिए गए ये लोन कभी-कभी वित्तीय तनाव का कारण बन जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सही रणनीति और योजना के साथ इस लोन बोझ को आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
आर्थिक सलाहकारों के अनुसार, एक साथ कई EMI चुकाना “टाइम बम” के समान है। अगर समय रहते इसे नियंत्रित न किया जाए, तो यह आपकी फाइनेंशियल हेल्थ पर गंभीर असर डाल सकता है। वित्तीय विशेषज्ञों ने 10 स्मार्ट तरीके सुझाए हैं, जिनकी मदद से आप कर्ज से राहत पा सकते हैं।
सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम है EMI पेमेंट्स को ऑटोमेट करना। सभी लोन की EMI को ऑटो डेबिट पर सेट करने से मासिक भुगतान छूटने का डर खत्म हो जाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सभी ईएमआई की तारीख एक जैसी हो और सैलरी के तुरंत बाद कटे, ताकि भुगतान आसानी से हो सके।
इसके बाद, अपने सभी लोन का पूर्ण डेटा तैयार करना जरूरी है। एक्सेल शीट में हर लोन का नाम, ब्याज दर, बकाया ईएमआई, टेन्योर और बाकी राशि दर्ज करें। इससे आपको स्पष्ट समझ मिलेगी कि कौन सा लोन पहले चुकाना फायदेमंद है।
अगला कदम है मंथली बजट और रिपेमेंट प्लान बनाना। अनावश्यक खर्चों को कम करना, बाहर खाने-पीने पर नियंत्रण रखना और सब्सक्रिप्शन घटाना मददगार साबित होता है।
यदि आपके पास कई छोटे लोन हैं, तो उन्हें कंसोलिडेट करके एक लोन में बदलना फायदेमंद होता है। इससे केवल एक ही EMI का ध्यान रखना पड़ता है और वित्तीय दबाव कम होता है।
डेट क्लियरेंस स्ट्रेटेजी के तहत दो विकल्प हैं—स्नोबॉल मेथड, जिसमें सबसे छोटे लोन को पहले चुकाया जाता है, और एवलांच मेथड, जिसमें सबसे अधिक ब्याज वाले लोन को पहले चुकाया जाता है। अपनी स्थिति के अनुसार विकल्प चुनना लाभदायक होता है।
अगर EMI चुकाना मुश्किल हो, तो बैंक से डेट रिस्ट्रक्चरिंग पर बातचीत करें। कई बैंक टेन्योर बढ़ा देते हैं या ब्याज दर घटा देते हैं। इसके अलावा, बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प भी EMI घटाने में मदद करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बोनस या लंपसम पैसे का सही उपयोग करना चाहिए। यह राशि सीधे लोन चुकाने में लगाने से ब्याज बचता है और ऋण जल्दी खत्म होता है।
क्रेडिट कार्ड बकाया को EMI में बदलना भी समझदारी है, क्योंकि उच्च ब्याज दर से बचाव होता है। अगर वित्तीय स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही हो, तो प्रोफेशनल डेट काउंसलर की सलाह लेना सबसे सुरक्षित विकल्प है।
अंततः, विशेषज्ञों का मानना है कि थोड़ी अनुशासन और सही योजना के साथ मल्टीपल लोन को मैनेज करना संभव है। सही रणनीति अपनाकर आप धीरे-धीरे कर्ज मुक्त होकर अपनी फाइनेंशियल आजादी फिर से पा सकते हैं।
