भोपाल। राजधानी भोपाल में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में दिन के तापमान में गिरावट और रात के समय हल्की ठंड महसूस की जा रही है। गुरुवार को भोपाल में न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, दिन में हल्की धूप और रात में ठंडी हवाएं चलने से तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। राजधानी में सुबह और शाम के समय हल्की धुंध छाई रही। हवा की गति 7.9 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जिससे वातावरण में हल्की ठंडक बनी रही। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में धीरे-धीरे और गिरावट आएगी तथा नवंबर के तीसरे सप्ताह से भोपाल में सर्दी का असर और स्पष्ट महसूस होगा।
आने वाले दिनों का तापमान पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के साप्ताहिक पूर्वानुमान के अनुसार, भोपाल में आने वाले सप्ताह में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
शुक्रवार: 19.8 डिग्री सेल्सियस
शनिवार: 19.5 डिग्री सेल्सियस
रविवार: 19 डिग्री सेल्सियस
सोमवार: 18.8 डिग्री सेल्सियस
मंगलवार: 18.9 डिग्री सेल्सियस
बुधवार: 19.2 डिग्री सेल्सियस इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि आने वाले हफ्ते में भोपाल का औसत तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जो प्रदेश में सर्दी के मौसम की शुरुआत का संकेत दे रहा है। वहीं सूर्योदय सुबह 6:33 बजे और सूर्यास्त शाम 5:37 बजे होने का अनुमान है, जिससे दिन के घंटे अब धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं।
वायु गुणवत्ता: मध्यम श्रेणी में रहा भोपाल का
मौसम के साथ-साथ राजधानी की वायु गुणवत्ता AQI पर भी नजर रखना जरूरी है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली के अनुसार, 0-50 AQI को अच्छा 51-100 को संतोषजनक 101-200 को मध्यम 201-300 को खराबजबकि 300 से ऊपर के स्तर को बहुत खराब या गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। भोपाल में गुरुवार को वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई, जिसका अर्थ है कि हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा सीमित स्तर पर मौजूद है। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान स्थिति में संवेदनशील व्यक्तियों जैसे बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा या हृदय रोग से पीड़ित लोगों को थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पर्यावरणविदों का कहना है कि सर्दी के मौसम में हवा की घनत्वता बढ़ने से प्रदूषक तत्व ज़मीन के पास ज्यादा समय तक बने रहते हैं। इसलिए, अगले कुछ हफ्तों में यदि वाहन उत्सर्जन कूड़ा जलाने या औद्योगिक धुएं पर नियंत्रण नहीं हुआ तो भोपाल की हवा का स्तर खराब श्रेणी में जा सकता है।
मौसम का मिजाज और बदलता भारत
भारत के विभिन्न हिस्सों में नवंबर का महीना मौसम के लिहाज से विविध रंग लेकर आता है। पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में बर्फबारी शुरू हो चुकी है और तापमान शून्य से नीचे पहुंचने लगा है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे मैदानी राज्यों में सर्दी धीरे-धीरे दस्तक दे रही है। दूसरी ओर, दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों, जैसे केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मौसम अपेक्षाकृत गर्म और नम बना हुआ है। यहाँ तापमान पूरे वर्ष 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस समय भारत का उत्तरी भाग सर्द हवाओं के प्रभाव में आने लगा है जबकि दक्षिणी भाग अभी भी मानसून के अंतिम चरण से गुजर रहा है।
लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने भोपालवासियों को सलाह दी है कि सुबह और रात के समय हल्के गर्म कपड़ों का उपयोग करें क्योंकि ठंडी हवाओं की शुरुआत हो चुकी है। साथ ही, वायु गुणवत्ता को देखते हुए अनावश्यक रूप से वाहन चालू न रखें, कूड़ा न जलाएं और खुले में धूल फैलाने वाले कामों से बचें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी नागरिकों से आग्रह किया है कि सुबह की सैर या व्यायाम के दौरान वायु गुणवत्ता पर ध्यान दें। जिन लोगों को सांस की तकलीफ है वे प्रदूषण के अधिक समय वाले क्षेत्रों से बचें और डॉक्टर की सलाह पर मास्क का प्रयोग करें। कुल मिलाकर भोपाल का मौसम अब सर्दी की दिशा में बढ़ रहा है। दिन में हल्की धूप और रात के समय ठंडी हवाएँ शहर के तापमान को संतुलित बनाए हुए हैं। वायु गुणवत्ता अभी “मध्यम” स्तर पर है, लेकिन सर्दी बढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर भी ऊपर
