नई दिल्ली। बिहार चुनावों के साथ ही छह राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। इन उपचुनावों के परिणाम स्थानीय राजनीतिक समीकरण और पार्टियों की स्थिति को स्पष्ट करेंगे। अब तक आठ सीटों में से छह सीटों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। झारखंड की घाटशिला सीट पर जेएमएम के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, जबकि ओडिशा की नुआपाड़ा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी ने बढ़त बनाई हुई है। बाकी सीटों पर भी परिणाम की प्रतीक्षा है, जो राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को और स्पष्ट करेंगे।
उपचुनावों में कांग्रेस को थोड़ी राहत मिली है। तेलंगाना और राजस्थान की सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि जम्मू-कश्मीर की नगरोटा सीट पर बीजेपी की देवयानी राणा ने जीत हासिल की। इससे स्थानीय राजनीतिक संतुलन पर असर पड़ सकता है। आज के उपचुनाव में झारखंड, पंजाब, राजस्थान, ओडिशा, तेलंगाना और मिजोरम की एक-एक विधानसभा सीट और जम्मू-कश्मीर की दो सीटें शामिल थीं। इन नतीजों से इन राज्यों की राजनीति में बदलाव के संकेत मिल सकते हैं।
झारखंड की घाटशिला सीट पर 74.63 फीसदी मतदान हुआ। इस सीट पर जेएमएम के सोमेश चंद्र सोरेन फिलहाल आगे चल रहे हैं। यह सीट पूर्व विधायक और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के कारण रिक्त हुई थी। जेएमएम की उम्मीदें इस सीट पर जीत पर टिकी हुई हैं।
पंजाब की तरनतारन सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के हरमीत सिंह संधू ने जीत हासिल की। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल की सुखविंदर कौर को 12,091 वोटों से हराया। अन्य उम्मीदवारों में निर्दलीय मंदीप सिंह खालसा, कांग्रेस के करनबीर सिंह और बीजेपी के हरजीत सिंह संधू शामिल थे।
राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने बीजेपी के मोरपाल सुमन को 15,612 वोटों के अंतर से हराया। इस सीट पर 80.32 प्रतिशत मतदान हुआ। अंता सीट बीजेपी के कंवरलाल मीणा के कारण रिक्त हुई थी, जिन्हें एसडीएम पर पिस्तौल तानने के आरोप में दोषी ठहराया गया था।
ओडिशा की नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर 79.41 फीसदी मतदान हुआ। शुरुआती रुझानों में बीजेपी के जय ढोलकिया आगे चल रहे हैं। यह सीट पूर्व विधायक और मंत्री राजेंद्र ढोलकिया के निधन के कारण रिक्त हुई थी।
तेलंगाना की जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर कांग्रेस के नवीन यादव ने बीआरएस के एमएस गोपीनाथ को 24,729 वोटों के अंतर से हराया। बीजेपी के दीपक रेड्डी तीसरे स्थान पर रहे। यह सीट पूर्व विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण रिक्त हुई थी। इस उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी भी कांग्रेस के समर्थन में सक्रिय नजर आए।
मिजोरम की डम्पा विधानसभा सीट पर एमएनएफ उम्मीदवार ने जोराम पीपुल्स मूवमेंट के वनलाल सैलोवा को 562 वोटों के अंतर से हराया। कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवार क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। यह सीट पूर्व विधायक लालरिन्टलुआंगा सैलो के निधन के कारण रिक्त हुई थी।
जम्मू-कश्मीर की बड़गाम विधानसभा सीट पर पीडीपी के आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के आगा सैयद महमूद अल मोसावी को 4,478 वोटों के अंतर से हराया। यह सीट मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के द्वारा छोड़ी गई थी।
नगरोटा विधानसभा सीट पर बीजेपी की देवयानी राणा ने 24,647 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह रहे, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीम बेगम तीसरे स्थान पर रही। यह सीट एक विधायक के निधन के कारण रिक्त हुई थी।
इन नतीजों से यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस और पीडीपी ने कुछ राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत की है, जबकि बीजेपी ने नगरोटा में अपनी पकड़ बनाए रखी है। उपचुनावों के ये परिणाम राज्यों की राजनीति और स्थानीय समीकरणों को नई दिशा देने वाले साबित हो सकते हैं।
