नर्मदापुरम 17,नवम्बर,2025 (हिन्द संतरी) कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने विभागवार संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर योजनाओं के क्रियान्वयन में सतर्कता बरतने तथा पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित कर हितग्राहियों के वंचित न रहने के साथ ही खाद वितरण में डीएपी के अनुपलब्धता के रहते विकल्प में अन्य उपलब्ध उर्वरक एवं खाद को प्रायोगिक रूप से इस्तेमाल किये जाने हेतु किसानो को प्रोत्साहित करने हेतु अधिकारिओं के निर्देश दिए है|
कृषि, सहकारिता तथा मार्कफेड गोदाम स्तर पर भंडारित लगभग 5500 एमटी और समिति स्तर पर भंडारित लगभग 2200 एमटी एनपीके/कॉम्प्लेक्स का शीघ्र वितरण करने के निर्देश देते ही कलेक्टर ने कहा कि डीएपी के वैकल्पिक उर्वरक टीएसपी/एसएसपी/एनपीके के उपयोग तथा इनकी क्षमता से किसानों को अवगत कराया जाए तथा उन्हें जागरूक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि गोदाम में एवं समितियों के पास भंडारित एनपीके/कॉम्प्लेक्स का वितरण किसानों को किए जाने हेतु प्रोत्साहित करें चूँकि यह अलग बात है की यह जिले में प्रशासन किसानों को पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता अनुसार डीएपी की पूर्ति करने में असफल रहा है इसलिए विकल्प में किसानों की मांग न होने के बाबजुड़ उन्हें अन्य रासायनिक खाद के रूप में एनपीके आदि जबरिया थोपा जा रहा है ताकि इसका स्टाक किसानों को खपाने के साथ ही वितरण एजेंसी को न उठाने की स्थिति में नुकसान न हो|
उद्यानिकी विभाग द्वारा समीक्षा के दरम्यान जानकारी दी गई की विभाग द्वारा उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए जिले के तीन विकासखंड केसला, माखननगर एवं नर्मदापुरम का क्लस्टर तैयार कर 500 महिला कृषकों को मांग आधारित सब्जियों की खेती के हेतु जोड़ा जा रहा है। साथ ही इसके विपणन हेतु भी व्यापक स्तर पर कार्य योजना तैयार की जा रही है ताकि प्राकृतिक रूप से तैयार की गई फसल का प्रदेश के शहरों में विक्रय किया जा सके तथा उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण प्राप्त हो। इसी प्रकार कलेक्टर सुश्री मीना ने किसानों को ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए भी इसके उपयोग, महत्व और लाभ से अवगत कराकर इसे किसानों द्वारा खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाने को कहा है।
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान जिले में स्वीकृत शासकीय गौशालाओं तथा उनके निर्माण कार्य अविलंब पूर्ण करने मुख्यमंत्री डेरी प्लस योजना के तहत तैयार प्रकरणों कि शीघ्र स्वीकृति हेतु संबंधित विभाग आवश्यक कदम उठाए। इस दौरान उपसंचालक पशुपालन विभाग द्वारा जानकारी दी गई थी कामधेनु योजना अंतर्गत जिले को प्राप्त लक्ष्य सैचुरेटेड हो चुके है। बैठक के दौरान उपसंचालक मत्स्य विभाग ने मत्स्य पालन में उपयोग की जा रही आधुनिक तकनीक आरएएस बायोफ्लाक्स एवं केज कल्चर के फलस्वरूप मत्स्य उत्पादन में जिले को 27 प्रतिशत वृद्धि प्राप्त होने की बात की जिसपर कलेक्टर ने मत्सय संपदा योजना अंतर्गत मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा दिए जाए तथा मत्स्य उत्पादन क्षमता में वृद्धि के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित सिकल सेल एनीमिया के तहत की जा रही स्क्रीनिंग व् प्रसूति सहायता, क्षय उन्मूलन, आयुष्मान योजना आदि की भी बिंदुवार समीक्षा की। बैठक के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु जैन, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सरोज परिहार, डिप्टी कलेक्टर बृजेंद्र रावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
