ग्लोबल मार्केट में गिरावट
सोने की कीमतें सोमवार को ग्लोबल मार्केट में लगभग $4,040 प्रति औंस तक गिर गईं। हालांकि, वर्ष-दर-वर्ष की तुलना में सोने की कीमत में लगभग 54% की वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। निवेशकों का ध्यान अमेरिकी रिटेल सेल्स और पीपीआई डेटा जैसे आगामी आर्थिक आंकड़ों पर बना हुआ है। इस बीच, मजबूत रोजगार डेटा के बाद दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना 40% से बढ़कर अब 69% हो गई है, जिससे सोने और चांदी के दामों में और गिरावट का संकेत मिल रहा है।
MCX वायदा बाजार में स्थिति
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का असर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी देखा गया। सोमवार सुबह 11:10 बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर डिलीवरी अनुबंध में सोने की कीमत ₹1,22,731 प्रति 10 ग्राम रही, जो 1.18% की गिरावट को दर्शाता है। चांदी की कीमत ₹1,53,147 प्रति किलोग्राम रही, जो 0.65% की गिरावट दिखाती है।
वर्तमान में सोने और चांदी के दामों में यह गिरावट ब्याज दरों में संभावित बदलाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को इस समय खरीदारी में सावधानी बरतनी चाहिए और हाजिर भाव तथा महानगरों में स्थानीय कीमतों को ध्यान में रखते हुए ही सोने या चांदी की खरीदारी करनी चाहिए।
महानगरों में सोने की कीमतें
गुडरिटर्न्स के अनुसार, प्रमुख महानगरों में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत इस प्रकार रही:
दिल्ली: ₹12,528 प्रति ग्राम
मुंबई: ₹12,513 प्रति ग्राम
कोलकाता: ₹12,513 प्रति ग्राम
चेन्नई: ₹12,567 प्रति ग्राम
बैंगलोर: ₹12,513 प्रति ग्राम
22 कैरेट सोने की कीमतें इनसे थोड़ा कम हैं, और प्रत्येक शहर में यह ₹11,470 से ₹11,520 प्रति ग्राम के बीच रही हैं। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में गिरते हुए दामों के बावजूद, निवेशकों को जल्दबाजी में खरीदारी करने से बचना चाहिए और बाजार की रुझानों को ध्यान से देखना चाहिए।
आर्थिक संकेत और भविष्य का रुझान
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति के कारण हुई है। ब्याज दरों में संभावित कटौती के कारण कीमती धातुओं के दामों में और भी उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। इसके साथ ही, वैश्विक आर्थिक हालात और निवेशकों की चिंता बढ़ी हुई है, जिसके चलते कीमती धातुओं में अस्थिरता बनी हुई है।
निवेशकों के लिए सलाह
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को इस समय हाजिर बाजार के भाव और स्थानीय कीमतों को देखकर खरीदारी करनी चाहिए। साथ ही, सोने और चांदी के दामों में गिरावट को देखते हुए, जल्दबाजी में निवेश करना सही कदम नहीं होगा। बाजार की स्थितियों को ध्यान से समझते हुए ही निवेश निर्णय लेना चाहिए, ताकि भविष्य में अच्छा मुनाफा हो सके।
सोने और चांदी के दामों में यह उतार-चढ़ाव यह भी संकेत देते हैं कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां लगातार बदल रही हैं, और इनकी वजह से कीमती धातुओं की कीमतों में अनिश्चितता बनी रहेगी। निवेशकों को इन परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश रणनीतियों में बदलाव करने की सलाह दी जा रही है।
