नई दिल्ली। दिवाली सिर्फ रोशनी और खुशियों का त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय निवेशकों के लिए नए वित्तीय वर्ष की शुभ शुरुआत का प्रतीक भी है। इस पर्व पर देश के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में हर साल विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया जाता है। इस दौरान निवेशक धन के देवता कुबेर और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने की कामना के साथ शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत करते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 की तारीख और समय
इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग 20 अक्टूबर (सोमवार) को आयोजित होगी। बाजार के दोनों प्रमुख एक्सचेंज NSE और BSE में यह विशेष सत्र दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक चलेगा। इस दिन ट्रेडिंग का माहौल बेहद उत्सव जैसा होता है।
मुख्य ट्रेडिंग सत्र: 1:45 PM – 2:45 PM
प्री-ओपन सत्र: 1:30 PM – 1:45 PM
पोस्ट-क्लोजिंग सत्र: 2:45 PM – 3:00 PM
वहीं, 21 और 22 अक्टूबर को बाजार अवकाश रहेगा, यानी नियमित ट्रेडिंग इन दोनों दिनों बंद रहेगी।
क्यों खास होती है मुहूर्त ट्रेडिंग
मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास करीब 1950 के दशक से जुड़ा है। पारंपरिक रूप से इसे नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत और समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। निवेशक इस दिन अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पहली खरीदारी करते हैं, जिससे पूरे वर्ष के लिए शुभ संकेत माना जाता है।
ब्रोकरेज हाउस भी इस दिन अपने ग्राहकों को “लक्ष्मी पूजा ट्रेडिंग कॉल” के रूप में कुछ चुनिंदा स्टॉक्स की सिफारिश करते हैं।
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि मुहूर्त पर किया गया निवेश सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि कई बार लंबे समय तक बेहतर रिटर्न देने वाला साबित होता है।
इन सेक्टरों में दिख रही है मजबूती
बाजार विश्लेषकों के अनुसार इस बार निवेशकों की नजरें बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स और ऑटो सेक्टर पर हैं।
बैंकिंग सेक्टर: ब्याज दरों में स्थिरता और क्रेडिट ग्रोथ बढ़ने से मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद।
कंज्यूमर गुड्स सेक्टर: त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने से एफएमसीजी कंपनियों के नतीजे बेहतर रह सकते हैं।
ऑटो सेक्टर: दिवाली पर वाहन बिक्री में बढ़ोतरी की संभावना, जिससे इस सेक्टर में तेजी बनी रह सकती है।
इसके अलावा, आईटी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर भी निवेशकों की वॉचलिस्ट में हैं, क्योंकि आने वाले महीनों में सरकारी खर्च और निर्यात में वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है।
निवेशकों के लिए सलाह
वित्तीय सलाहकारों का मानना है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सिर्फ भावनात्मक नहीं, बल्कि रणनीतिक निवेश दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
क्वालिटी स्टॉक्स पर फोकस करें: किसी भी अफवाह या तात्कालिक बढ़त के पीछे भागने की बजाय मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियों पर भरोसा करें।
लॉन्ग-टर्म विजन रखें: अल्पकालिक मुनाफे के बजाय दीर्घकालिक वृद्धि वाले स्टॉक्स में निवेश करें।
पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई करें: अलग-अलग सेक्टरों में संतुलित निवेश जोखिम को कम करता है।
विशेषज्ञ की सलाह लें: नए निवेशक बिना रिसर्च किए किसी भी स्टॉक में पैसा न लगाएं।
निवेश का शुभ दिन, नयी शुरुआत का संकेत
मुहूर्त ट्रेडिंग को लेकर निवेशकों में उत्साह चरम पर है। हर साल इस सत्र में बाजार में तेजी देखने को मिलती है, क्योंकि ट्रेडिंग का माहौल पूरी तरह सकारात्मक ऊर्जा और उत्सव से भरा होता है।
कई निवेशक इस दिन अपने बच्चों या परिवार के नाम पर पहली बार निवेश की शुरुआत भी करते हैं, जिससे यह दिन भावनात्मक और आर्थिक दोनों रूप से खास बन जाता है।
मुख्य बातें एक नज़र में
मुहूर्त ट्रेडिंग की तारीख: 20 अक्टूबर (सोमवार)
समय: दोपहर 1:45 से 2:45 बजे तक
फोकस सेक्टर: बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स, ऑटो
21 और 22 अक्टूबर को बाजार बंद रहेंगे
निवेश मंत्र: क्वालिटी स्टॉक्स में दीर्घकालिक निवेश करें
शुभ मान्यता: इस दिन का निवेश पूरे वर्ष समृद्धि लाता है
दिवाली का यह पावन पर्व सिर्फ रोशनी का नहीं, बल्कि आर्थिक उजाले का भी प्रतीक है। इस बार के मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र से निवेशकों को बड़ी उम्मीदें हैं। बाजार की मजबूती और शुभ संकेतों के बीच यह दिवाली निवेशकों के लिए “समृद्धि का दीपक जलाने” का अवसर साबित हो सकती है।
