70 घंटे काम और चीन का 9-9-6 मॉडल
मूर्ति ने अपने पुराने विवादास्पद बयान का समर्थन करते हुए कहा कि सप्ताह में 70 घंटे काम करना देश निर्माण और व्यक्तिगत करियर के लिए जरूरी है। उन्होंने चीन की कार्य संस्कृति का उदाहरण देते हुए बताया कि बड़ी कंपनियों में अपनाया जाने वाला 9-9-6 मॉडल काफी चर्चित रहा। जहां इस मॉडल में कर्मचारी सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक, सप्ताह में 6 दिन काम करते हैं, यानी कुल मिलाकर लगभग 72 घंटे प्रति सप्ताह। अलीबाबा और हुवावे जैसी कंपनियों में यह मॉडल लंबे समय तक लागू रहा और इसे सफलता का सूत्र माना गया।
आलोचना और कानूनी स्थिति
हालांकि इस मॉडल को वर्क-लाइफ बैलेंस की कमी और कर्मचारियों में थकान (burnout) के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा। 2021 में चीन के सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवैध घोषित कर दिया, लेकिन कई टेक कंपनियों में अब भी इसका पालन किया जाता है।
भारत और चीन की तुलना
मूर्ति ने कहा कि भारत की वर्तमान आर्थिक वृद्धि दर लगभग 6.5 प्रतिशत है, जो ठीक है, लेकिन चीन की अर्थव्यवस्था भारत से लगभग छह गुना बड़ी है। इस अंतर को कम करने के लिए समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी और युवाओं की मेहनत जरूरी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि युवाओं को पहले अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए, देश की प्रगति में योगदान करना चाहिए, और वर्क-लाइफ बैलेंस की चिंता बाद में की जा सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि नारायण मूर्ति का यह बयान युवाओं को प्रेरित करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन भारत में अत्यधिक मेहनत और लंबा कार्यकाल स्वास्थ्य और सामाजिक जीवन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इसलिए लंबे समय तक काम करने की प्रेरणा देने के साथ-साथ संतुलित कार्य वातावरण बनाए रखना भी जरूरी है।
