बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान “मोंथा” (Cyclone Montha) अब भयंकर रूप ले चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। तूफान के चलते भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र में उफान की स्थिति बन सकती है।
तूफान का मौजूदा हाल
IMD के अनुसार, मोंथा तूफान अब एक Severe Cyclonic Storm बन चुका है। यह आज रात आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और काकीनाडा के बीच तट से टकरा सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है।
तटीय इलाकों में समुद्र का स्तर बढ़ने और ऊंची लहरें उठने के आसार हैं। विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी है और आम लोगों से सतर्क और घरों में सुरक्षित रहने की अपील की है।
इन राज्यों में भारी बारिश और हवाओं का अलर्ट
मोंथा का असर सिर्फ आंध्र प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा। इसका प्रभाव कई राज्यों में देखने को मिलेगा।
आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी (यानम): तेज बारिश के साथ हवाओं की गति 100 किमी/घंटा तक जा सकती है।
ओडिशा: 28 से 30 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान, कुछ तटीय जिलों में 70 किमी/घंटा की तेज हवाएं।
पश्चिम बंगाल: 28–29 अक्टूबर को तटीय इलाकों में मूसलाधार बारिश और तेज झोंके।
तेलंगाना और छत्तीसगढ़: 28–29 अक्टूबर को भारी बारिश की चेतावनी। दक्षिण छत्तीसगढ़ में 20 सेमी तक वर्षा संभव।
बिहार, झारखंड और सिक्किम: 29–31 अक्टूबर के बीच बारिश और ठंडी हवाओं का असर।
केरल, कोंकण, गोवा और गुजरात: 28–30 अक्टूबर के बीच बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट।
तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें
बंगाल की खाड़ी में हवाओं की रफ्तार 100–110 किमी/घंटा तक पहुँचने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश तट: 80–90 किमी/घंटा
ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट: 60–70 किमी/घंटा
“स्टॉर्म सर्ज” के कारण समुद्र का जलस्तर लगभग 1 मीटर तक बढ़ सकता है, जिससे तटीय क्षेत्रों के निचले हिस्सों में पानी भरने की आशंका है।
संभावित नुकसान और खतरे
तेज हवाओं से टिन की छतें, पेड़ और बिजली के खंभे गिर सकते हैं।
धान, केले और पपीते जैसी फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना।
कई निचले इलाकों में जलभराव, बिजली कटौती और नेटवर्क बाधित हो सकते हैं।
सड़कों पर जाम और आवागमन में दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
तूफान की रफ्तार में बदलाव
IMD के अनुसार—
28 अक्टूबर सुबह: हवा की गति 90–110 किमी/घंटा
28 अक्टूबर शाम: बढ़कर 95–105 किमी/घंटा
29 अक्टूबर: घटकर 70–80 किमी/घंटा (Cyclonic Storm श्रेणी)
30 अक्टूबर: कमजोर होकर Low Pressure Area में बदल जाएगा, हवाओं की रफ्तार 25–45 किमी/घंटा रहेगी।
IMD की चेतावनी और सावधानियाँ
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह।
बिजली कड़कने के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद रखें।
पेड़ या खंभों के नीचे खड़े न हों।
घर में सुरक्षित रहें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।
पानी भरे रास्तों या पुलों से वाहन न चलाएँ।
IMD ने राज्यों के प्रशासन को राहत दलों को अलर्ट मोड में रखने के निर्देश दिए हैं। अगले दो दिन देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल सकता है, इसलिए लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
