नई दिल्ली । दुनिया की सबसे इनोवेटिव टेक कंपनियों में गिनी जाने वाली एप्पल में अब बड़ा बदलाव होने की तैयारी है। कंपनी अब अपने अगले प्रमुख यानी नए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की तलाश में सक्रिय हो चुकी है। यह वही पद है जिसे टिम कुक ने पिछले चौदह वर्षों तक संभाला और एप्पल को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाकर स्टिव जॉब्स के बाद कंपनी को मजबूती से आगे बढ़ाया। अब सवाल यह है कि भविष्य में एप्पल की बागडोर किसके हाथों में होगी और कंपनी को अगले दशक में कौन दिशा देगा।
एप्पल में उत्तराधिकारी खोजने की प्रक्रिया को लेकर कंपनी के भीतर तेजी देखी जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टिम कुक संभवत अगले साल तक सीईओ पद छोड़ सकते हैं और इसी वजह से कंपनी ने नेतृत्व परिवर्तन की तैयारियां तेज कर दी हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ महीनों में एप्पल के शीर्ष अधिकारियों और बोर्ड में कुक के संभावित इस्तीफे और नए नेतृत्व की रणनीति पर लंबी चर्चाएं होती रही हैं। हालांकि एप्पल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है जिससे पूरे मामले पर सस्पेंस बरकरार है।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि एप्पल का अगला सीईओ कौन होगा। रिपोर्ट्स में सबसे मजबूत दावेदार के रूप में जॉन टर्नस का नाम सामने आया है जो हार्डवेयर इंजीनियरिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं। जॉन टर्नस का एप्पल के बड़े प्रोजेक्ट्स जैसे आईफोन आईपैड और मैक के विकास में अहम योगदान रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वे तकनीकी मामलों में बेहद सक्षम हैं और उनकी शांत और संतुलित लीडरशिप स्टाइल कंपनी के अगले चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अगर वे सीईओ बने तो यह संभव है कि एप्पल में टेक्नोलॉजी आधारित नेतृत्व का नया दौर शुरू हो।
अब यह खोज अभी क्यों तेज हुई है इसका कारण भी स्पष्ट है। टिम कुक अब चौसठ वर्ष के हो चुके हैं और वे लंबे समय से एप्पल का नेतृत्व कर रहे हैं। कंपनी चाहती है कि नेतृत्व परिवर्तन अचानक न हो और नए सीईओ को कामकाज और योजनाओं को समझने के लिए पूरा समय मिले। यही वजह है कि एप्पल ने पहले से ही पूरी प्लानिंग के साथ बदलाव की रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है ताकि कंपनी के कामकाज में किसी तरह की अस्थिरता न आए और नवाचार की रफ्तार बनी रहे।
जहां तक आधिकारिक घोषणा का सवाल है तो रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एप्पल अभी जल्दबाजी में कोई ऐलान नहीं करेगा। कंपनी हर साल जनवरी के अंत में अपनी अर्निंग्स रिपोर्ट जारी करती है जिसमें हॉलिडे सीजन की कमाई का आंकड़ा होता है और यह एप्पल के लिए बेहद महत्वपूर्ण समय होता है। कंपनी नहीं चाहती कि इस दौरान नए सीईओ की घोषणा से निवेशकों और उपभोक्ताओं का ध्यान बंटे। इसलिए अनुमान है कि किसी भी बड़े नेतृत्व परिवर्तन का फैसला इस अवधि के बाद ही सामने लाया जाएगा।
कुल मिलाकर यह स्पष्ट है कि एप्पल भविष्य के लिए अपनी टीम को तैयार कर रही है और टिम कुक के बाद भी कंपनी इनोवेशन और विकास की राह पर मजबूती से आगे बढ़ने की तैयारी कर चुकी है।
