नई दिल्ली । आज के प्रदूषण भरे और तनावपूर्ण जीवन में हर कोई चमकदार और हेल्दी स्किन चाहता है, लेकिन खराब लाइफस्टाइल के कारण त्वचा अक्सर डल और थकी हुई दिखने लगती है। महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स की बजाय, अगर आप अपनी त्वचा को अंदर से ठीक करना चाहते हैं, तो डॉक्टर मनोज दास ने एक बेहद साधारण और प्रभावी घरेलू उपाय बताया है।
वह एक चीज है: त्रिफला पाउडर
डॉक्टर मनोज दास के अनुसार, हेल्दी और ग्लोइंग स्किन का सीधा संबंध आपके गट हेल्थ (Gut Health) यानी आंतों के स्वास्थ्य से होता है। गट हेल्थ को सही रखने के लिए वह त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ पीने की सलाह देते हैं।
त्रिफला का सेवन करने का तरीका
कब करें सेवन: त्रिफला पाउडर का सेवन रोजाना रात में सोने से पहले करना चाहिए।
कैसे करें इस्तेमाल: एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें त्रिफला पाउडर मिलाएं। सोने से ठीक पहले इस मिश्रण का सेवन करें। त्वचा के लिए त्रिफला के फायदे डॉक्टर दास के अनुसार, यह छोटा सा उपाय आपकी त्वचा के लिए चमत्कार कर सकता है: त्रिफला (जो कि आंवला, हरड़ और बहेड़ा का मिश्रण है) पाचन तंत्र को साफ करता है, कब्ज को दूर करता है और गट हेल्थ को फिट रखता है। जब आपका पेट साफ होता है, तो शरीर से टॉक्सिन्स (विषाक्त पदार्थ) बाहर निकल जाते हैं। इसका सीधा असर आपकी त्वचा पर दिखाई देता है, जिससे त्वचा अंदर से हेल्दी और चमकदार बनती है।यह उपाय त्वचा की सुस्ती (डलनेस) और थकान को दूर करने में भी मदद करता है। यह नेचुरल उपाय बिना किसी केमिकल या नुकसान के आपकी स्किन में खूबसूरती और निखार ला सकता है।
त्रिफला के तीन घटक: आंवला, हरड़ और बहेड़ा के चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ
त्रिफला को आयुर्वेद में सबसे शक्तिशाली और बहुउद्देशीय औषधियों में से एक माना जाता है, क्योंकि यह शरीर के तीनों दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करता है। इसके गुण इन तीन फलों से आते हैं।
आंवला (Amla / Indian Gooseberry)
यह फल त्रिफला में पित्त दोष को संतुलित करता है। विटामिन C का भंडारयह विटामिन C का सबसे समृद्ध प्राकृतिक स्रोत है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) को मजबूत करता है। त्वचा और बालइसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे त्वचा चमकदार और जवां दिखती है। यह बालों को मजबूत बनाने और समय से पहले सफेद होने से रोकने में मदद करता है। पाचनयह प्राकृतिक रूप से पेट की अम्लता (Acidity) को कम करता है और पाचन को बढ़ावा देता है।
2. हरड़ (Haritaki / Chebulic Myrobalan)यह फल त्रिफला में वात दोष को संतुलित करने के लिए जाना जाता है। पेट के लिए बेहतरीन इसे दवाओं का राजा भी कहा जाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और आंतों की गति को नियमित करता है। प्राकृतिक लैक्सेटिव यह एक हल्का और प्रभावी प्राकृतिक रेचक (Laxative) है जो कब्ज (Constipation) को दूर करने में बहुत प्रभावी है। डिटॉक्सिफिकेशन यह शरीर से विषैले पदार्थों (Toxins) को बाहर निकालने में मदद करता है।
3. बहेड़ा (Bibhitaki / Belleric Myrobalan)
यह फल त्रिफला में कफ दोष को संतुलित करता है।श्वसन तंत्रयह श्वसन प्रणाली के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है। यह बलगम (Mucus) को साफ करने और जमाव को कम करने में मदद करता है।आँखों के लिएयह पारंपरिक रूप से आंखों की रोशनी और स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी प्रयोग किया जाता है। पाचन और मेटाबॉलिज्मयह पाचन प्रक्रिया को सुचारु बनाने और वसा (Fat) के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में सहायक है।
त्रिफला के समग्र लाभ (त्वचा के लिए)
ब ये तीनों फल एक साथ मिलते हैं, तो त्रिफला गट हेल्थ यानी यह पेट और आंतों को पूरी तरह से साफ करता है, जिससे कब्ज दूर होता है।शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।रक्त को शुद्ध करता है, जिसका सीधा और सबसे अच्छा प्रभाव त्वचा पर चमक और निखार के रूप में दिखाई देता है।
