नर्मदापुरम/27,अक्टूबर,2025/ सोमवार को आयोजित समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि मध्य प्रदेश स्थापना दिवस समारोह का आयोजन गरिमापूर्ण ढंग से किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी संबंधित विभाग प्रमुख स्थापना दिवस समारोह के सफल आयोजन हेतु समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाए, जो प्रदेश की संस्कृति, परंपरा एवं विकास यात्रा को प्रदर्शित करें। कार्यक्रमों की थीम “विरासत से विकास तक” रखी जाए, ताकि प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और विकास के मार्ग को आयोजन के माध्यम से प्रस्तुत किया जा सके।
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने निर्देश दिए कि अनुविभाग स्तर पर एसडीएम, एसडीओपी, टीआई तथा अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित कर मेडलेपर पोर्टल के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जाए। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री साई कृष्णा एस थोटा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिको लीगल सर्टिफिकेट एवं पुलिस प्रकरणों से संबंधित कोई भी जानकारी ऑफलाइन माध्यम से अपलोड या प्रेषित नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग मेडलेपर पोर्टल के माध्यम से ही सभी मेडिको लीगल सर्टिफिकेट प्रदान करे।
एसपी श्री थोटा ने बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ एवं अधिकारियों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए बताया कि इस व्यवस्था का उद्देश्य प्रक्रिया को डिजिटल, सुरक्षित और जवाबदेह बनाना है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की रिपोर्ट या जानकारी ऑफलाइन प्राप्त न की जाए और ऐसे मामलों में कोई प्रतिक्रिया या कार्यवाही न की जाए।
समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने नरवाई प्रबंधन के तहत जिले में की जा रही कार्यवाही एवं अन्य क्रियाकलापों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से कृषि यंत्रों का समुचित उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा कस्टम हायरिंग सेंटर के संचालकों के साथ संबधित अनुविभागीय अधिकारी की उपस्थिति में बैठक आयोजित कर उन्हें यंत्रो को नरवाई प्रबंधन के लिए उपयोग हेतु उपलब्ध करने के संबंध में कार्योन्मुख करे। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयास से ही नरवाई प्रबंधन के सकारात्मक परिणाम परिलक्षित होंगे। उन्होंने निर्देश दिए की जनपद पंचायत के समस्त सीईओ भी ठोस कार्य योजना तैयार कर उसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में नरवाई प्रबंधन के किए उचित कार्यवाही संपादित करें।
भावांतर भुगतान योजना के तहत मंडियों के माध्यम से जिले में हुई सोयाबीन खरीदी की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए की जिले की प्रत्येक मंडी जहां पर भावांतर योजना के तहत कृषकों द्वारा सोयाबीन का विक्रय किया जा रहा है उनमें किसानों द्वारा लाए गए सोयाबीन के सैंपल एकत्रित किए जाएं। कलेक्टर ने कहा कि भावांतर योजना के तहत किसानों के अंतिम सत्यापन एसडीएम द्वारा संपादित किए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने खाद वितरण की व्यवस्था की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने समस्त एसडीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि खाद वितरण की सुचारू व्यवस्था चालू रखते हुए जिले के समस्त क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था पुख्ता रखी जाए। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को डीएपी के विकल्प के तौर पर अन्य वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि प्रत्येक दिवस भावांतर योजना के तहत की जा रही खरीदी एवं कृषक संख्या की जानकारी उपसंचालक कृषि को समय सीमा के अनुरूप प्रदान की जाए। उक्त संबंध में सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत मंडी सचिवों को निर्देशित करें। साथ ही सोयाबीन फसल क्षति के राहत प्रकरणों को भी अद्यतन कर किसानों को राहत राशि उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
समय सीमा की बैठक के दौरान जिले में वर्षा ऋतु में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के मरम्मतीकरण कार्य की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की मरम्मत कार्य में सभी निर्माण विभाग गति लाए। उन्होंने पीडब्लूडी, एमपीआरडीसी एवं पीएमजीएसवाई सहित अन्य निर्माण विभागों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत कार्य शीघ्र ही पूर्ण किए जाएं। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी एसडीएम भू अर्जन के सभी प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निराकृत करें। उन्होंने निर्देश दिए की सभी संबंधित अधिकारी उक्त संबंध में समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिए की हितग्राही मूलक योजनाओं के प्रकरणों में भुगतान स्थिति की पर्याप्त मॉनिटरिंग की जाए। कलेक्टर ने कहा की निकायों में समग्र ई केवाईसी की प्रगति कम है। सभी निकाय ई केवाईसी प्रक्रिया में गति लाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की ई ऑफिस के तहत किसी भी कार्यालय में फाइलों को पेंडिंग ना रखा। समस्त कार्यालय में ई ऑफिस प्रणाली के माध्यम से ही कार्य किया जाए। किसी भी प्रकार के संशय की स्थिति में ई गवर्नेंस मैनेजर से संपर्क कर मार्गदर्शन ले।
समय सीमा की बैठक के दौरान जिला पंचायत के सीईओ श्री हिमांशु जैन, एडीएम श्री राजीव रंजन पांडे, अपर कलेक्टर श्री अनिल जैन, संयुक्त कलेक्टर श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
