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कलेक्टर नर्मदापुरम ने केन्द्रीय जेल का औचक निरीक्षण किया
नर्मदापुरम20,नवंबर,2025(हिन्द संतरी ) कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना द्वारा गुरुवार को केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जेल डिस्पेंसरी, बंदी वार्ड, जेल विद्यालय, बंदी सेल इत्यादि का अवलोकन किया गया। जेल चिकित्सक डॉ. विपिन अहिरवार ने मानसिक रोगियों, गंभीर बीमारी से ग्रसित बंदियों, मेडिकल कैंप, ई-संजीवनी तथा दवाई वितरण सहित अन्य चिकित्सा व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी कलेक्टर को प्रदान की।
निरीक्षण के दौरान दंडित एवं विचाराधीन बंदियों से रहन-सहन, खान-पान एवं प्रकरण संबंधी जानकारी ली गई, जिसमें बंदियों द्वारा किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। जेल विद्यालय में प्रदेश के प्रथम महिला बंदी स्वसहायता समूह अंजनी स्वसहायता समूह की सदस्यों द्वारा कलेक्टर का स्वागत किया गया। विचाराधीन महिला बंदी लालबेन हिमी द्वारा बनाई गई स्केच पेंटिंग कलेक्टर को भेंट की गई। महिला एवं पुरुष बंदियों द्वारा निर्मित कपड़े के थैले, पेंटिंग, बांस का सोफा, टेडी बियर, मूर्ति गमले, दरी, नमकीन, अचार एवं मोरिंगा पाउडर सहित अन्य वस्तुओं की प्रदर्शनी का निरीक्षण कर कलेक्टर ने सराहना की।
इसके उपरांत कलेक्टर की अध्यक्षता में बंदी स्वरोजगार एवं कौशल विकास प्रशिक्षण से संबंधित समीक्षा बैठक जेल विद्यालय सभागृह में आयोजित की गई। बैठक में रिहा या निकट भविष्य में रिहा होने वाले बंदियों को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु विभिन्न विभागों को भेजे गए ऋण प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि रिहा बंदियों के ऋण प्रकरणों को बैंकों द्वारा शीघ्र स्वीकृत कराया जाए तथा विभिन्न विभाग लंबित प्रकरणों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही जेल विभाग को अधिक से अधिक रिहा बंदियों से संपर्क कर स्वरोजगार हेतु ऋण प्रकरणों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
जेल में अब तक विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं के माध्यम से 2456 बंदियों/रिहा बंदियों को स्वरोजगार योजनाओं हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। नवंबर–दिसंबर 2025 में 680 बंदियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती, उद्यानिकी विभाग द्वारा टमेटो सॉस, जेम, श्रीखंड, अचार-नमकीन निर्माण, वर्धमान कंपनी बुधनी द्वारा ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण, वन स्टॉप सेंटर द्वारा मेहंदी डिजाइन, गृह विज्ञान महाविद्यालय द्वारा मशरूम उत्पादन, टी.वी.एस. द्वारा बाइक मैकेनिक, आलाप संगीत द्वारा बैंड प्रशिक्षण एवं आईटीआई नर्मदापुरम द्वारा इलेक्ट्रिकल वायरिंग प्रशिक्षण शामिल हैं।
वर्तमान में केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम में परिरुद्ध कुल बंदियों में से 93.37 प्रतिशत बंदियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि रिहा बंदियों को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी नियमित रूप से प्रसारित की जाए तथा ऋण प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाए। महिला बंदियों द्वारा संचालित प्रदेश के प्रथम महिला स्वसहायता समूह की गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए गए।
बैठक में जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी, सहायक जेल अधीक्षक हितेश बंडिया एवं संतोष हरियाल, उप जेल अधीक्षक प्रहलाद सिंह बरकड़े, डॉ. शैलेन्द्र नेमा (पशुपालन विभाग), श्रीमती रीता उईके (उप संचालक उद्यानिकी विभाग), विवेक नागवंशी (सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग) सहित स्वरोजगार योजनाओं से संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
