नर्मदापुरम 16,नवंबर, 2025 (हिन्द संतरी) नर्मदापुरम जिले में नित नूतन प्रयोग होते रहे है जिसमे देश की पहली महिला जेल का गौरव प्राप्त करने के बाद दुसरे प्रयोग के रूप में इस जिले में देश की पहली खुली जेल की सफलता प्राप्त करने के बाद अब इस केन्द्रीय जेल में बंदियों को अतिरिक्त सामग्री प्रदाय करने हेतु संचालित केटीन में बंदियों के परिजनों द्वारा बंदी के खाते में एक माह में अधिकतम रु 2000/- जमा किये जा सकते है। वर्तमान में बंदी की मुलाकात पर आये परिजन द्वारा नगद राशि का भुगतान कर बंदी के खाते में राशि जमा की जाती है। जिसकी रसीद परिजन को जेल द्वारा दी जाती है।
केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम् में वर्तमान में 1000 के लगभग दण्डित बंदी परिरूद्ध है, जो सप्ताह में एक बार ही मुलाकात की पात्रता रखते है। केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम् में सर्किल के अंतर्गत आने वाली जिला जेलों एवं सब जेलों के बंदी परिरूद्ध है। जिनमें से अधिकांश बंदियों के निवास स्थान की दूरी अधिक होने के कारण ऐसे बंदियों की प्रति सप्ताह मुलाकात भी संभव नहीं हो पाती है एवं कुछ बंदियों की मुलाकात दो माह से लेकर 6 माह में एक बार आती है, ऐसे बंदियों के केटीन खाते में समय पर राशि जमा होने में परेशानी होती है। I
वर्तमान में आर.बी.आई. एवं शासन द्वारा ऑनलाईन भुगतान को बढावा देने से अधिकांश परिजनों द्वारा मुलाकात में आने पर ऑनलाईन भुगतान करने की मांग की जाती है। उपरोक्त कारणों को दृष्टिगत रखते हुये जेल में संचालित केटीन में परिजनों द्वारा क्यू आर कोड के माध्यम से भुगतान करने की प्रक्रीया प्रारम्भ की जा रही है, जिससे परिजन डिजिटल माध्यम से भुगतान कर सकेंगे। जिसके लाभ बंदियों से प्रारम्भिक स्तर पर जेल पर मुलाकात हेतु उपस्थित होने वाले परिजनों को ही क्यू आर कोड के माध्यम से भुगतान करने की अनुमति रहेगी। चूँकि अभी तक प्रति सप्ताह एक से दो लाख रूपये राशि बंदी के परिजनो से केटीन हेतु जमा होती है। क्यू आर कोड प्रारम्भ करने से कुल राशि का एक बडा हिस्सा सीधे बैंक खाते में जमा होगा जिससे प्रति सप्ताह नगद राशि बैंक में जमा करने में कमी आने के साथ एक पारदर्शी व्यवस्था किये जाने से पैसे का लेन देन भी सुगम हो जाएगा।
नर्मदापुरम केन्द्रीय जेल अधीक्षक श्री सोलंकी के अनुसार अब इस नई व्यवस्था से क्यू आर कोड के माध्यम से भुगतान करने से परिजनो का समय एवं पैसा बचेगा, क्योकि बंदी के परिजन पैसे निकालने के लिये अकसर जेल से ए.टी.एम. जाते है, जिसमें अनावश्यक विलंब होता है। इसके साथ ही केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम् में बंदियों की मुलाकात संबंधी जानकारी, विधिक सहायता संबंधी जानकारी एवं जेल की सामान्य जानकारी भी क्यू आर कोड के माध्यम से प्रदान की जा रही है। केटीन में क्यू आर कोड के माध्यम से परिजनों द्वारा भुगतान करने की व्यवस्था प्रारम्भ करने वाली एवं जेल की सामान्य जानकारी भी क्यू आर कोड के माध्यम से प्रदान करने वाली केन्द्रीय जेल नर्मदापुरम् प्रदेश की प्रथम जेल है एवं यह प्रयास डिजिटल भारत मिशन की श्रृंखला में जेल का एक सकारात्मक कदम है, जिसका मुख्य उद्देश्य जेल केटीन में शतः प्रतिशत केश फोस व्यवस्था बनाना है।
