नर्मदापुरम/27,अक्टूबर,2025/ नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर श्री कृष्ण गोपाल तिवारी ने सोमवार को सिवनी मालवा के ग्राम रोहना, आमूपुरा, बघवाड़ा, बाबडिया भाऊ, पगढाल, पहुंच कर किसानों से आमने-सामने चर्चा की और किसानों से फसल क्षति नहर से सिंचाई की उपलब्धता खाद और यूरिया की उपलब्धता, स्कूल, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति का फीडबैक लिया। किसानों ने कमिश्नर श्री तिवारी को अवगत कराया की सोयाबीन की फसल बारिश के चलते पूर्णता नष्ट हो गई है। जमीन में नमी बनी हुई है। फसल क्षति का सर्वे हो चुका है। अतः फसल क्षति का मुआवजा उन्हें प्राथमिकता से दिया जाए। किसानों ने अवगत कराया की नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है इसलिए नरवाई के उचित प्रबंधन के लिए कृषि यंत्रों पर समुचित सब्सिडी दी जाए ताकि किसान कृषि यंत्रों को खरीद कर नरवाई का बेहतर प्रबंध कर सके। सभी गांव के किसानों ने यूरिया के संकट की जानकारी दी और मांग की कि उन्हें उनके गांव में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। वही बघवाड़ा के किसानों ने यूरिया का कोटा बढ़ाने एवं तवा नहर को फुल स्पीड से चलाने की मांग की। कमिश्नर ने सभी किसानों को भरोसा दिलाया कि नहर में फुल स्पीड से पानी प्रवाहित किया जाएगा, इससे सभी किसानों के खेतों में पानी पहुंच सकेगा।
कमिश्नर श्री तिवारी सोमवार को अपने प्रशासनिक अमले के साथ ग्राम रोहना पहुंचे, रोहना के कृषक श्री यशवंत सिंह पटेल के खेत में उन्होंने धान की फसल का अवलोकन किया। किसान श्री पटेल ने बताया कि बारिश के कारण धान की फसल में नमी है उसे सूखने में 15 दिन लगेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष फसल अच्छी हुई है। कमिश्नर श्री तिवारी ने ग्राम बमुरिया पहुंचकर खेत की मिट्टी का अवलोकन किया। मिट्टी में नमी बरकरार थी। इसके पश्चात कमिश्नर श्री तिवारी ग्राम आमूपुरा पहुंचे यहां किसानों ने बताया कि मक्का और धान की फसल बोया गया है, सोयाबीन की फसल खराब हो गई है, सर्वे हुआ है सभी लोगों ने कहां की सोयाबीन की फसल में व्यापक नुकसान हुआ है इसकी पर्याप्त राहत राशि उन्हें दी जाए। किसानों ने बताया कि वर्तमान में उन्हें तवा नहर के पानी की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि खेतों में अभी भी मक्का और धान की फसल लगी हुई है उसे काटने एवं खेत को बखरने में 15 दिन का समय लगेगा। सभी किसानों ने बताया की उन्हें 15 दिन बाद नहर की पानी की आवश्यकता पड़ेगी। कमिश्नर ने सभी किसानों को नरवाई ना जलाने की समझाइश दी। साथ ही कहां की छोटे किसान अपने खेतों की नरवाई स्वयं निकाल लेवे एवं बड़े किसान सुपर सीडर यंत्र का उपयोग कर खेतों की नरवाई हटाए। किसी भी स्थिति में नरवाई ना जलाएं। नरवाई जलाने से जमीन के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। कमिश्नर श्री तिवारी ने ग्राम बघवाड़ा पहुंचकर किसानों से आमने-सामने चर्चा की। सरपंच बेनीराम ने अवगत कराया की बारिश का व्यापक असर सोयाबीन की फसल पर हुआ है, धान की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि कुछ कृषकों ने रोटावेटर एवं पंखे चलाकर खेत को सुखाया है। सभी किसानों ने बताया कि भावांतर योजना मे अंतर्गत उन्होंने अपना पंजीयन कराया है। किसानों ने 5 नवंबर से नहर से पानी छोड़ने की मांग की। उन्होंने बताया कि बघवाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत 20 से 25 गांव आते हैं और यहां की जमीन मिडिल रिच वाली है इसलिए नहर से पानी देर से पहुंचता है। सभी किसानों ने अपने खेतों में पानी पहुंचाने के लिए फुल स्पीड से नहर को चलाने की मांग की। कमिश्नर ने सभी को आश्वस्त किया की फुल स्पीड से नहर चला कर सभी को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों ने कहा कि नहर की सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग अपने कर्मचारियों की तैनाती करें, साथ ही कहां की नहर कई जगह से कच्ची है उसे पक्का किया जाए। बघवाडा के किसानों ने ग्राम में नगद खाद वितरण कराने के लिए सोसाइटी बनाने की मांग की, और कहां की कृषि यंत्रों पर यदि उन्हें सब्सिडी दी जाए तो सभी किसान नरवाई का बेहतर प्रबंध कर सकेंगे। किसानों ने नहर की सफाई कराने की भी मांग की। कमिश्नर ने यहां स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्र खुलने के समय की जानकारी ग्रामीणों से ली। सभी ने बताया कि स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खुलते हैं। किसानों ने कमिश्नर को अवगत कराया कि उन्हें सबसे बड़ी समस्या अपने इलाज को लेकर होती है, यदि कोई बीमार हो जाए या सर्पदंस से पीड़ित हो जाए तो उसे नर्मदापुरम जाना पड़ता है, नर्मदापुरम के प्राइवेट अस्पतालों में मनमाना फीस देनी पड़ती है। वही जिला चिकित्सालय में ठीक से इलाज नहीं होता है। सभी किसानों ने कहा कि बघवाड़ा में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की नितांत आवश्यकता है।
इसके पश्चात कमिश्नर ग्राम पगढाल पहुंचे। किसानों ने बताया कि डीएपी नहीं मिल रही है, कमिश्नर ने सभी किसानों को समझाइश दी कि कि डीएपी के बजाय एनपीके का उपयोग करें, साथ ही कहां की सभी किसान अपने खेत की मृदा का परीक्षण अवश्य कराए। किसानो की मांग पर कमिश्नर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह ग्राम में ही शिविर लगाकर मिट्टी परीक्षण के लिए सैपल ले एवं ग्राम में खेत पाठशाला आयोजित कर किसानों को आधुनिक कृषि के तौर तरीके की समझाइश भी दे। कमिश्नर ने पगढाल मैं झूलते विद्युत तारों को तुरंत ठीक करने के लिए मौके पर ही ऊर्जा विभाग के अधीक्षण यंत्री को निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि पगढाल में प्राथमिक स्कूल भवन को जर्जर होने के चलते डिस्मेंटल किया गया है, लेकिन दूसरा प्राथमिक शाला भवन बनकर तैयार नहीं हुआ है। इसलिए बच्चों को आंगनबाड़ी में ही कक्षाएं लगा कर पढ़ाई कराई जा रही है, इस कारण अधिकांश बच्चे प्राइवेट स्कूलों में जा रहे हैं। ग्रामीणों ने जल्द ही स्कूल भवन बनाने की मांग की। साथ ही कहा कि ग्राम चोकी माफी से भिलाडिया जाने वाला मार्ग अत्यंत खराब है जिसके कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कमिश्नर श्री तिवारी ने सभी को भरोसा दिलाया कि स्कूल भवन एवं सड़क की मरम्मत का कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
कृषि उपज मंडी सिवनी मालवा का भ्रमण कर, सोयाबीन और धान की उपज देखी
कमिश्नर श्री तिवारी कृषि उपज मंडी सिवनी मालवा पहुंचे, यहां उन्होंने बिकने के लिए आई हुई धान और सोयाबीन की उपज का अवलोकन किया। किसानों ने कहा कि सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है, मक्का भी उच्च गुणवत्ता वाली नहीं रही लेकिन वह उम्मीद करते हैं कि 2 हजार रुपए क्विंटल में व्यापारी उनसे उपज खरीदें, किसानों ने बताया कि व्यापारी कम दामों में उपज खरीदना चाहते हैं। किसानों ने फसल क्षति की राहत राशि देने की मांग की। कमिश्नर ने मौके पर ही व्यापारियों से भी चर्चा की। व्यापारी श्री संजीव अग्रवाल ने बताया कि सोयाबीन की उपज में नमी है। माशचर का 1 किलो काम करके 10% माशचर पर उपज राशि काटी जाती है। इटारसी एवं हरदा में स्थापित फैक्ट्री पर सोयाबीन की सप्लाई की जाती है। कमिश्नर ने व्यापारियों को समझाइश दी कि वह किसानों को अच्छे से अच्छा कीमत देने का प्रयास करें।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाबडिया भाऊ का औचक निरीक्षण किया
कमिश्नर श्री तिवारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाबडिया भाऊ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक साफ सफाई न होने पर सख्त नाराज़गी जाहिर की और कहां की गत निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर आवश्यक सफाई रखने के निर्देश दिए थे जिसका पालन नहीं किया गया। साथ ही 10 से 12 ओपीडी प्रतिदिन रहने पर भी कमिश्नर ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ओपीडी की संख्या बढ़ाई जाए। निरीक्षण के दौरान पदस्थ डॉक्टर शुभम मेहतो अनुपस्थित पाए गए जिस पर कमिश्नर ने सख्त नाराज़गी व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान केवल नर्स गौरा परते एवं थर्मोसिस्ट श्री लोकेश उपस्थित थे। 9 फरवरी 2024 के पश्चात जिला एवं खंड स्तरीय चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण नहीं किया गया था। इस पर भी सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कमिश्नर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरर्सिंह गहलोत को निर्देश दिए की उपरोक्त स्थिति में संबंधित दायित्वों का निर्वहन करते हुए खंड चिकित्सा अधिकारी एवं पदस्थ चिकित्सक के विरूध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सुधार हेतु आवश्यक प्रभावी कार्रवाई करें। निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त विकास श्री जी सी दोहर एवं जल संसाधन विभाग तथा कृषि विभाग के संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।
