नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के बलिया में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने समाजवादी पार्टी (SP) नेता आजम खान को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आजम खान जैसे जन नेता की प्रदेश को सख्त जरूरत है और उनके राजनीतिक अनुभव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राजभर ने खुलासा किया कि पिता ओमप्रकाश राजभर के स्वास्थ्य ठीक होते ही वह रामपुर जाकर आजम खान से मुलाकात करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आजम खान सुभासपा में शामिल होना चाहें तो उन्हें पार्टी की ओर से बड़ा सम्मान दिया जाएगा।
बलिया में संवाद के दौरान अरविंद राजभर ने जोर देकर कहा कि आजम खान जैसे नेता का बहिष्कार नहीं होना चाहिए, बल्कि उनके साथ निरंतर संवाद होना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आजम खान उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और सुभासपा ने उन्हें सम्मानपूर्वक पार्टी में आने का ऑफर दिया है। राजभर ने बताया कि वह जल्द ही रामपुर जाकर आजम खान से इस बारे में चर्चा करेंगे।
बिहार चुनाव को लेकर भी सुभासपा की रणनीति पर प्रकाश डालते हुए अरविंद राजभर ने कहा कि अगर एनडीए नहीं चाहता कि सुभासपा बिहार में चुनावी मैदान में उतरे, तो पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि सुभासपा पहले भी अकेले चुनाव लड़कर मजबूत वोट हासिल कर चुकी है और इस बार भी पार्टी बिहार में अपने दम पर चुनावी प्रभाव दिखाएगी। राजभर ने कहा कि शाम को पटना में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी की जाएगी।
सपा पर निशाना साधते हुए अरविंद राजभर ने कहा कि जब आजम खान जेल में थे, तब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनकी चिंता नहीं की थी और उन्होंने कहा था कि आजम को साइडलाइन किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आजम खान के घर जाने का मामला केवल दिखावा था। राजभर ने स्पष्ट किया कि सपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और यह हालात पार्टी की कार्यप्रणाली और संगठनात्मक मजबूती के लिए चुनौतीपूर्ण हैं।
अरविंद राजभर के इन बयानों ने स्पष्ट कर दिया है कि सुभासपा उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। पार्टी आजम खान जैसे नेताओं को अपने साथ जोड़कर राजनीतिक मजबूती हासिल करना चाहती है, जबकि विपक्षी दलों पर भी सटीक संदेश भेजा गया है कि सुभासपा अपने दम पर चुनावी लड़ाई में उतर सकती है।
