नई दिल्ली । गुजरात की राजनीति में जल्द ही नया मोड़ आने वाला है। जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार अपने मंत्रिमंडल में कल या परसों बड़ा फेरबदल कर सकती है, जिसमें कई नए चेहरे शामिल किए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में यह बदलाव आगामी 2027 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है, ताकि चुनावी रणनीति को मजबूत किया जा सके और जनता का समर्थन हासिल किया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, नए मंत्रिमंडल में रिवाबा जडेजा, जीतू वाघानी और अर्जुन मोडवाडिया जैसे नेताओं को शामिल किया जा सकता है। वहीं, हर्ष सांघवी को कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन मिलने की संभावना है। अनुमान है कि 8 से 10 मौजूदा मंत्रियों को उनके पद से हटाया जाएगा, जबकि 13 से 15 नए चेहरे मंत्री पद ग्रहण कर सकते हैं। हटाए जाने वाले मंत्री आज अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
विशेष रूप से रिवाबा जडेजा का नाम चर्चा में है। वह भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी हैं और 2022 में उत्तर जामकर सीट से विधायक बनीं। महिला सशक्तिकरण और सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखने के लिए उन्हें जाना जाता है। उन्हें मंत्रीमंडल में शामिल किए जाने की संभावना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
गुजरात के मंत्रिमंडल में कुल अधिकतम 27 मंत्री हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 17 मंत्री शामिल हैं। इस समय 10 पद खाली हैं और संभावना है कि इन खाली जगहों पर विभिन्न दलों के नेताओं को शामिल किया जा सकता है। हालांकि, सभी खाली पदों को भरे जाने की संभावना नहीं है और कुछ पद खाली रह सकते हैं।
दरअसल, 2022 विधानसभा चुनाव के बाद से गुजरात के मंत्रिमंडल में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। अब सरकार आगामी 2027 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में बदलाव कर नई रणनीति के तहत राजनीतिक मजबूती हासिल करने की तैयारी कर रही है। नए मंत्रियों के शामिल होने और पुरानी टीम में फेरबदल से सरकार की कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरुस्त बनाने के साथ-साथ आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई जा रही है।
इस बदलाव से गुजरात की राजनीति में नई रणनीतियों, दलों के समीकरण और चुनावी समीकरण पर गहरा असर पड़ने की संभावना है, जो आने वाले महीनों में राज्य की राजनीतिक दिशा तय कर सकता है।
