नई दिल्ली । नई दिल्ली। मिस्र के शर्म अल शेख (Sharm El Sheikh) में आयोजित गाज़ा पीस समिट (Gaza Peace Summit) के दौरान एक दिलचस्प कूटनीतिक पल देखने को मिला। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने इस मंच पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की खुलकर तारीफ की और उनके लिए शांति के नोबेल पुरस्कार (Nobel Peace Prize) की मांग भी दोहराई।
शरीफ ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया भर में आठ युद्ध रुकवाए हैं। शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए उनसे उपयुक्त व्यक्ति कोई और नहीं हो सकता।”
लेकिन इसी दौरान माहौल तब दिलचस्प हो गया जब ट्रंप ने अपने संबोधन में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा शुरू कर दी। ट्रंप ने कहा, “भारत एक महान देश है और मेरा अच्छा दोस्त इसका नेतृत्व कर रहा है।”
इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए शहबाज शरीफ की ओर देखा और कहा, “मुझे विश्वास है कि भारत और पाकिस्तान अब साथ रहेंगे, है ना?” ट्रंप का यह सवाल सुनकर शरीफ असहज नज़र आए। यह टिप्पणी उस समय आई जब पाकिस्तान बार-बार भारत के साथ संबंधों में तनाव की बात उठाता रहा है।
ट्रंप पहले भी दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी। उनका कहना है कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति टल गई थी। हालांकि, भारत ने हमेशा इस दावे को खारिज किया है और स्पष्ट कहा है कि भारत-पाक के मुद्दे द्विपक्षीय हैं, किसी तीसरे पक्ष की दखल की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि गाज़ा पीस समिट में दुनिया के दर्जनभर देशों के शीर्ष नेता शामिल हुए थे। शहबाज शरीफ इस सम्मेलन में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे थे।
