नई दिल्ली । इंस्टाग्राम अब किशोर यूजर्स को सुरक्षित डिजिटल अनुभव देने के लिए बड़ा बदलाव कर रहा है। मेटा ने घोषणा की है कि अब प्लेटफॉर्म पर टीनेजर्स को केवल PG-13 लेवल का कंटेंट ही दिखाया जाएगा। इस नए सिक्योरिटी फीचर के ज़रिए किशोरों को हानिकारक या उम्र-अनुपयुक्त कंटेंट से बचाने की कोशिश की गई है, जिससे उनका सोशल मीडिया अनुभव सुरक्षित और नियंत्रित हो सके।
इंस्टाग्राम अब किशोरों को एडल्ट (18+), ड्रग्स या खतरनाक स्टंट जैसी संवेदनशील सामग्री नहीं दिखाएगा। मेटा के मुताबिक यह सबसे बड़ा बदलाव है, जो पिछले साल लॉन्च हुए “टीन्स अकाउंट्स” फीचर के बाद आया है। इसका उद्देश्य किशोरों को सुरक्षित और उम्र-अनुकूल कंटेंट प्रदान करना है।
क्या है मेटा का नया PG-13 कंटेंट नियम
Meta ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि अब 13 से 17 साल के यूजर्स को ऐसे कंटेंट से बचाया जाएगा जिसमें एडल्ट, ड्रग्स, हिंसा या खतरनाक स्टंट शामिल हों। इसे PG-13 मूवीज जैसा अनुभव बताया गया है, यानी टीनेजर्स को केवल 13+ फिल्म जैसी सुरक्षित और नियंत्रित सामग्री ही दिखाई जाएगी। यह कदम बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है।
सेटिंग्स बदलना भी आसान नहीं
Meta ने बताया है कि अब 13 से 17 साल के टीन्स अपने कंटेंट सेटिंग्स खुद बदल नहीं पाएंगे। अगर वे अधिक खुला कंटेंट देखना चाहते हैं, तो उन्हें पैरेंट्स की अनुमति लेनी होगी। साथ ही, मेटा ने पैरेंट्स के लिए एक नया लिमिटेड कंटेंट मोड भी पेश किया है, जिससे वे बच्चों को और अधिक सीमित सामग्री दिखा सकते हैं और कमेंट्स पर नियंत्रण भी रख सकते हैं।
किस तरह के कंटेंट होंगे ब्लॉक
मेटा ने घोषणा की है कि अब प्लेटफॉर्म पर फूहड़ भाषा, जोखिम भरे स्टंट, नशे से जुड़े कंटेंट जैसे मारिजुआना, अल्कोहल और गोर शब्दों वाले पोस्ट्स को छिपाया जाएगा या रिकमेंड नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, गलत वर्तनी वाले शब्दों को भी सिस्टम फिल्टर करेगा ताकि ये सामग्री टीन्स तक न पहुंचे।
मेटा के क्या है नए नियम
मेटा के नए नियमों के तहत, अब टीनेजर्स ऐसे अकाउंट्स को फॉलो नहीं कर पाएंगे जो बार-बार age-inappropriate कंटेंट पोस्ट करते हैं। साथ ही, जिन अकाउंट्स के बायो या लिंक में OnlyFans जैसी वेबसाइट का जिक्र होगा, उन्हें टीन्स देखना, फॉलो करना या मैसेज करना मना होगा। यदि पहले से फॉलो किया है, तो भी उनके पोस्ट और कमेंट्स अब दिखाई नहीं देंगे।
AI चैट्स और एक्सपीरियंस अहम
मेटा ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि नया कंटेंट फिल्टर केवल पोस्ट्स तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि AI चैट्स और इंटरैक्शन में भी PG-13 स्टैंडर्ड लागू होगा। इसका मतलब है कि टीन्स के साथ बातचीत करने वाले AI असिस्टेंट्स अब कोई ऐसा जवाब नहीं देंगे जो बच्चों के लिए अनुपयुक्त हो। कंपनी का उद्देश्य है डिजिटल स्पेस में बच्चों को एक सुरक्षित और स्वस्थ ऑनलाइन माहौल प्रदान करना।
