नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 12 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं, जिनमें सबसे अधिक ध्यान खींचने वाला नाम मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर का है। पार्टी ने उन्हें अलीनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। संगीत की दुनिया से राजनीति में उनके कदम रखने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थीं, जो अब औपचारिक रूप से सच साबित हो गई हैं।
मैथिली ठाकुर का जन्म बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ था। वह बचपन से ही संगीत के प्रति गहरी रुचि रखती थीं। उनके पिता रमेश ठाकुर खुद एक प्रसिद्ध मैथिल संगीतकार और संगीत शिक्षक हैं, जबकि उनकी माता भारती ठाकुर एक गृहिणी हैं। संगीत उनके परिवार की विरासत रही है और मैथिली ने पारंपरिक गायन से लेकर लोक संगीत तक में अपनी गहरी पकड़ बनाकर एक अलग पहचान हासिल की है। वह इसी साल जुलाई में 25 वर्ष की हुई हैं और देशभर में उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में है।
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार, हाल ही में मैथिली ठाकुर ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के संगठन प्रभारी विनोद तावडे तथा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई थी कि मैथिली जल्द ही राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं। अब पार्टी की दूसरी सूची में उनका नाम आने से यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी मैथिली की लोकप्रियता को राजनीतिक मंच पर इस्तेमाल करने की रणनीति अपना रही है।
बीजेपी की इस सूची में अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में मुजफ्फरपुर से रंजन कुमार, छपरा से छोटी कुमारी और बक्सर से पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा शामिल हैं। आनंद मिश्रा को राजनीति में लाने का फैसला भी बीजेपी की रणनीतिक सोच का हिस्सा माना जा रहा है, क्योंकि वे कानून व्यवस्था और प्रशासनिक अनुभव के चलते लोकप्रिय चेहरा माने जाते हैं।
पार्टी अब तक कुल 83 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है, जिससे साफ है कि बीजेपी ने अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि इस बार पार्टी ने कुछ नए और प्रतिष्ठित चेहरों को भी मैदान में उतारा है, जिससे मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जा रही है।
मैथिली ठाकुर की उम्मीदवारी को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे बीजेपी को युवाओं, खासकर पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं और सांस्कृतिक रूप से जुड़े लोगों के बीच अतिरिक्त समर्थन मिल सकता है। मैथिली न सिर्फ एक लोकप्रिय लोक गायिका हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लोक संगीत की सुरों से दिल जीतने वाली मैथिली ठाकुर, राजनीति के मंच पर कितनी प्रभावशाली साबित होती हैं।
