जबलपुर | संवाददाता । दीपावली की रात जहां पूरे शहर में रौशनी और जश्न का माहौल था, वहीं कुछ परिवारों के लिए यह खुशी भरे पल अचानक चिंता में बदल गए। रविवार रात पटाखों को चलाने के दौरान लापरवाही के चलते जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज और विक्टोरिया अस्पताल की इमरजेंसी में पटाखों से झुलसे चार मरीज पहुंचे। इनमें से दो की हालत गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।
मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि चार घायलों में दो मरीज विक्टोरिया जिला अस्पताल से रेफर होकर आए थे। सत्यम लोधी (22) और आर्यन पटेल (8) नामक दो मरीजों को सर्जरी वार्ड में भर्ती किया गया है। दोनों सुतली बम फोड़ते समय हाथ में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। चिकित्सकों के अनुसार उनकी हालत अब पहले से बेहतर है, जबकि दो अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
आंखों की शिकायत लेकर पहुंचे 10 लोग
दीपावली के दौरान केवल हाथ-पैर ही नहीं, आंखों को भी नुकसान पहुंचा। मेडिकल कॉलेज में रविवार और सोमवार को कुल 10 मरीज ऐसे पहुंचे जिन्हें पटाखों के धुएं या चिंगारी से आंखों में तकलीफ हुई। किसी की आंख लाल हो गई थी, तो किसी को धुंधलापन महसूस हो रहा था। इलाज के बाद सभी को घर भेज दिया गया। इनमें अधिकतर मरीज युवा और अधेड़ उम्र के थे।
सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पटाखे चलाते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है, खासकर बच्चों को निगरानी में रखना चाहिए। दीपावली पर थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसे का रूप ले सकती है। ऐसे में अगली बार खुशियों के साथ सतर्कता भी जरूरी है, ताकि त्योहार दुर्घटना में न बदल जाए।
