पन्ना, 22 अक्टूबर | संवाददाता । मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। आमनगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार देर शाम इलाज के अभाव में एक 55 वर्षीय किसान ने डॉक्टर के सरकारी आवास के बाहर दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान ग्राम डहर्रा निवासी अजय पाल सिंह के रूप में हुई है, जो कृषि कार्य करते थे।
परिजनों के अनुसार, अजय पाल सिंह को अचानक पेट में गैस और तेज दर्द की शिकायत हुई। परिजन उन्हें तत्काल आमनगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, लेकिन वहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर आशीष तिवारी मौजूद नहीं थे। मजबूर होकर परिजन उन्हें डॉक्टर के शासकीय आवास ले गए।
स्वजनों का आरोप है कि डॉक्टर को कई बार आवाज दी गई, लेकिन वह बाहर नहीं आए। डॉक्टर की पत्नी तीन बार बाहर आईं, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। लगभग 35 मिनट तक तड़पने के बाद किसान ने डॉक्टर की दहलीज पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद डॉक्टर आशीष तिवारी बाहर आए।
मृतक के भतीजे सुजय राजा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर शराब के नशे में थे और बाहर आकर मृतक के बेटे से बहस करने लगे। इस घटना से आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने डॉक्टर के आवास के बाहर जमकर हंगामा किया। मौके पर अमानगंज पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
ग्रामीणों ने बीएमओ को हटाने और डॉक्टर पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
