भोपाल। राजधानी में मंगलवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब अशोका गार्डन थाना क्षेत्र के पुष्पा नगर स्थित नाले से एक बंद बोरे में लाश बरामद हुई। बताया जा रहा है कि नाले के किनारे कचरा बीन रहे एक लड़के ने सबसे पहले इस बोरे को देखा था। बोरे से बदबू आने पर उसने स्थानीय लोगों को सूचना दी। जब लोगों ने पास जाकर देखा तो शक गहराया और तुरंत पुलिस को खबर दी गई।
अशोका गार्डन पुलिस मौके पर पहुंची और बोरे को नाले से बाहर निकलवाया। बोरा खोलते ही सबकी सांसें थम गईं, अंदर एक अधेड़ व्यक्ति की लाश थी। पुलिस ने बताया कि मृतक की उम्र करीब 40 से 42 साल के बीच है। उसके गले पर धारदार हथियार से वार के निशान मिले हैं, जिससे साफ जाहिर है कि उसकी हत्या कर शव को बोरे में बंद कर नाले में फेंका गया है।
थाना प्रभारी अनुराग लाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया शव दो से तीन दिन पुराना लग रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि शव नाले के पानी में बहकर आया या फिर यहीं किसी ने फेंका। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शव नाले के किनारे एक प्लास्टिक बोरे में फंसा हुआ था। बदबू तेज होने पर कचरा बीनने वाले बच्चे ने ही पुलिस को खबर दी, जिसके बाद इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है, ताकि यह पता चल सके कि बोरा वहां कैसे पहुंचा।
अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।
अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने आसपास के सभी थानों को सूचना भेज दी है ताकि गुमशुदगी रिपोर्ट से मिलान किया जा सके। जांच अधिकारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल हत्या का मामला मानकर जांच की जा रही है।
इधर, राजधानी के रातीबड़ इलाके से भी मंगलवार को एक और दुखद खबर आई। करीब 12 दिन पहले सड़क हादसे में घायल हुए एक बीटेक छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, रायसेन जिले के मंडीदीप के सतलापुरा निवासी 20 वर्षीय मंजीत राणा निजी कॉलेज में बीटेक कर रहा था।
मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना नौ अक्टूबर की बताई जा रही है, जब मंजीत अपने दोस्तों के साथ रातीबड़ के केरवा डेम घूमने गया था। लौटते समय चंदनपुरा के पास मोड़ पर एक तेज रफ्तार कार ने तीन बाइकों को जोरदार टक्कर मार दी थी। हादसे में मंजीत गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वह पिछले बारह दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था। मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
रातीबड़ पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद कार का नंबर ट्रेस कर लिया गया था और चालक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था। अब छात्र की मौत के बाद आरोपी पर गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी।
भोपाल में मंगलवार का दिन दो दर्दनाक घटनाओं की खबर लेकर आया एक ओर नाले में बोरे से बरामद लाश ने हत्या की आशंका गहरा दी, तो दूसरी ओर सड़क हादसे में घायल युवा छात्र ने दम तोड़ दिया। दोनों मामलों में पुलिस जांच में जुटी है और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
