नई दिल्ली । अंतरिक्ष (space) में कदम रखने का भारत (India) का सपना बहुत जल्द साकार होने को है। ISRO के अध्यक्ष वी. नारायणन (V. Narayanan) ने गुरुवार को घोषणा की है कि गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) का लगभग 90 प्रतिशत विकास कार्य पूरा हो चुका है। गौरतलब है कि गगनयान परियोजना के तहत तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को तीन दिवसीय मिशन के लिए पृथ्वी की 400 किलोमीटर की निचली कक्षा में प्रक्षेपित किया जाएगा। गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है।
नारायणन ने मिशन की प्रगति के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘गगनयान मिशन पर बहुत अच्छी तरह से काम जारी है। वास्तव में, जब आप गगनयान मिशन के बारे में बात करते हैं, तो आप जानते हैं कि बहुत सारे तकनीकी विकास होने हैं – रॉकेट का मानव-रेटिंग प्रमाणन होना है, कक्षीय मॉड्यूल विकसित करना है, और पर्यावरण नियंत्रण सुरक्षा प्रणाली विकसित करनी है। फिर चालक दल की सुरक्षा की प्रणाली, पैराशूट प्रणाली और फिर, निश्चित रूप से, मानव-केंद्रित उत्पाद आते हैं।’’
ISRO प्रमुख ने आगे कहा, ‘‘अब चालक दल वाले मिशन पर जाने से पहले तीन मानवरहित मिशन पूरे करने होंगे और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। पहले मानवरहित मिशन में, व्योममित्र उड़ान भरने जा रहा है और हम 2027 की शुरुआत तक मानवयुक्त मिशन पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।’’
