सिद्धार्थनगर में बीजेपी के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह द्वारा मुस्लिम लड़कियों को लेकर दिए गए विवादित बयान ने सियासी माहौल गरमा दिया है। सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे कथित रूप से कह रहे हैं — “अगर मुस्लिम लड़के दो हिंदू लड़कियों को ले जाते हैं तो तुम 10 मुस्लिम लड़कियां लेकर आओ। तुम्हारी शादी का खर्चा और सुरक्षा की गारंटी हम देंगे। योगी जी का जमाना है, डरने की जरूरत नहीं।”
इस बयान के सामने आते ही राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इसे न केवल महिलाओं के सम्मान पर सीधा प्रहार बताया बल्कि कहा कि यह बयान समाज को बांटने और नफरत फैलाने की साजिश है।
“महिलाओं का अपमान, समाज को तोड़ने की कोशिश”
सपा सांसद बर्क ने अपने बयान में कहा कि इस तरह के शब्द बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। उन्होंने कहा — “बीजेपी एक ओर ‘नारी सम्मान’ की बात करती है और दूसरी ओर उसके नेता मंचों से ऐसी भद्दी बातें बोलकर समाज को जहर से भर रहे हैं।” बर्क ने इस बयान को हर महिला की गरिमा का अपमान बताते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति को सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए।
“सरकार तुरंत ले संज्ञान”
सपा सांसद ने केंद्र सरकार और प्रदेश प्रशासन से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि महिला सम्मान और सामाजिक सौहार्द की रक्षा करनी है, तो ऐसे नेताओं पर कठोर कार्रवाई करनी होगी ताकि भविष्य में कोई भी सार्वजनिक मंच से इस तरह की भड़काऊ और नफरत फैलाने वाली बातें करने की हिम्मत न करे।
विपक्षी दलों में आक्रोश
इस बयान को लेकर न केवल सपा बल्कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी कड़ी निंदा की है। कई महिला संगठनों ने इसे “महिलाओं के खिलाफ घृणित सोच” बताया और राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सपा सांसद बर्क ने अंत में कहा — “ऐसे लोगों की जगह समाज में नहीं है। यह देश की एकता और भाईचारे को कमजोर करने की कोशिश है। सरकार को दिखाना होगा कि वह सच में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नारे पर अमल करती है या नहीं।”
