नई दिल्ली। बिहार चुनाव प्रचार के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आजमी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादित बयान का समर्थन किया है। हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट पाने के लिए नाच तक सकते हैं, जिसे लेकर राजनीतिक हलकों में जमकर बहस छिड़ी हुई है। अबू आजमी ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा वोटों के लिए कुछ भी कर सकती है और वह हर संभव कोशिश कर रही है।
अबू आजमी का कहना है कि भाजपा अक्सर विवादित मुद्दों को उठाकर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा, “भाजपा नफरत फैलाकर वोट बैंक बढ़ाने की कोशिश करती है। ‘वंदे मातरम’ और धार्मिक मतभेदों को लेकर मुद्दे उठाकर मुस्लिम समुदाय को परेशान किया जाता है और बहुसंख्यक वोट आकर्षित किए जाते हैं।”
सपा नेता ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता लगातार ऐसे मुद्दों की तलाश में रहते हैं, जिससे मुस्लिम समुदाय को असहज स्थिति में रखा जा सके। अबू आजमी पहले भी विवादित बयानों के लिए चर्चा में रह चुके हैं और इस बार उन्होंने राहुल गांधी के बयान का समर्थन कर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
राहुल गांधी के बयान को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ते जा रहे हैं। अबू आजमी ने राहुल गांधी के वोट चोरी के दावे का भी समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने दावे के पीछे सबूत भी पेश किए थे, बावजूद इसके चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह टिप्पणी चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करती है।
महाराष्ट्र में सक्रिय सपा नेता अबू आजमी लंबे समय से विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने वंदे मातरम और वोट चोरी जैसे मुद्दों पर कई बार बयान दिया है। हाल ही में उन्होंने कहा कि जिनका एक लाख से अधिक का वोट बैंक था, वे भी चुनाव हार गए, जिससे राजनीतिक बहस और सवाल उठ रहे हैं।
अबू आजमी ने महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों का हवाला देते हुए दावा किया कि 96 लाख फर्जी वोटर जोड़े गए थे। उनका कहना था कि विपक्ष के कई नेता अपने मजबूत क्षेत्रों में हार गए, जबकि भाजपा ने जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि चुनाव तभी निष्पक्ष हो सकते हैं जब फर्जी मतदाताओं को हटाया जाए।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, अबू आजमी का बयान बिहार चुनाव प्रचार में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी बहस को और तेज कर सकता है। राहुल गांधी के विवादित बयान और अबू आजमी के समर्थन ने चुनावी माहौल को गरम कर दिया है। विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान चुनावी रणनीतियों और मतदाता सोच पर असर डाल सकता है, खासकर मुस्लिम मतदाताओं के बीच।
इस बीच, भाजपा ने अबू आजमी और राहुल गांधी के बयानों पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। राजनीतिक सियासत में यह विवाद अगले कुछ दिनों तक चर्चा का विषय बने रहने की संभावना है, क्योंकि बिहार और महाराष्ट्र में चुनावी तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं।
