दिल्ली-NCR के पास बसे ग्रेटर नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन अब सिर्फ आधुनिकता और रियल एस्टेट विकास के लिए ही नहीं, बल्कि इतिहास, आस्था और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। यहां शॉपिंग मॉल्स से लेकर वेटलैंड्स और पौराणिक स्थलों तक, हर उम्र के लोगों के लिए घूमने की ढेरों जगहें हैं। अगर आप वीकेंड पर कहीं नज़दीक घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो ये 5 डेस्टिनेशन आपके लिए एकदम परफेक्ट हैं।
1. गौर सिटी मॉल – शॉपिंग और एंटरटेनमेंट का हब
नोएडा एक्सटेंशन में स्थित गौर सिटी मॉल फैशन, फूड और फन का बेहतरीन मिश्रण है। यहां ब्रांडेड स्टोर्स, मल्टीप्लेक्स, गेमिंग ज़ोन और रेस्टोरेंट्स मौजूद हैं, जहां पूरा परिवार एक साथ एंजॉय कर सकता है। मॉल का आधुनिक इंटीरियर और सुविधाएं इसे युवाओं और बच्चों के लिए वीकेंड डेस्टिनेशन बनाती हैं।
2. द ग्रैंड वेनिस मॉल – भारत में ‘मिनी इटली’ का अनुभव
ग्रेटर नोएडा का ग्रैंड वेनिस मॉल भारत के सबसे अनोखे थीम मॉल्स में गिना जाता है। यह पूरी तरह इटली के वेनिस शहर से प्रेरित है — कृत्रिम नहरें, गोंडोला राइड, और यूरोपियन आर्किटेक्चर इसे विदेशी अनुभव बनाते हैं। यहां इंटरनेशनल ब्रांड्स, विशाल फूड कोर्ट और सिनेमा हॉल के साथ फोटोग्राफी और डेट के लिए भी यह शानदार जगह है।
3. सूरजपुर वेटलैंड – प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग
अगर आप शहर की भागदौड़ से दूर शांति की तलाश में हैं, तो सूरजपुर वेटलैंड एक बेहतरीन विकल्प है। यह जगह यमुना बायोडायवर्सिटी ज़ोन का हिस्सा है और प्रवासी पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियों का घर है। यहां वॉकिंग ट्रेल्स, झीलें और वॉच टावर्स हैं, जो बर्ड वॉचिंग और नेचर फोटोग्राफी के लिए परफेक्ट हैं।
4. बिसरख गांव – रावण जन्मस्थली और आस्था का केंद्र
बिसरख गांव, ग्रेटर नोएडा का सबसे पौराणिक स्थल माना जाता है। कहा जाता है कि यही लंकापति रावण का जन्मस्थान है। यहां स्थित अष्टभुजी शिवलिंग की पूजा रावण स्वयं किया करते थे। इस गांव की विशेषता यह है कि यहां आज भी रावण दहन या रामलीला का आयोजन नहीं होता। स्थानीय मान्यता के अनुसार, यहां सच्चे मन से मांगी गई मन्नतें अवश्य पूरी होती हैं।
5. दनकौर कस्बा – द्रोणाचार्य की शिक्षा स्थली
दनकौर, ग्रेटर नोएडा से लगभग 19 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है, जिसका संबंध महाभारत काल से जुड़ा है। माना जाता है कि यहीं कौरव और पांडवों ने गुरु द्रोणाचार्य से शिक्षा प्राप्त की थी। यहां द्रोणाचार्य मंदिर, गौशाला और प्रवचन कक्ष जैसी जगहें धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
