नई दिल्ली । आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए भारत अब नई रणनीति पर काम कर रहा है। इसके तहत भारतीय सेना न्यू नॉर्मल के दिशा-निर्देश को फॉलो कर रही है। न्यू नॉर्मल वह सिचुएशन है, जिसमें किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि को युद्ध की कार्रवाई माना जाता है। इससे भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ चार्टर के आर्टिकल 51 के इस्तेमाल का भी हक मिल गया है। यह आर्टिकल आत्मरक्षा के हक के लिए है। इस तरह अब अगर किसी ने भी भारत के खिलाफ आतंकी हरकत करने की कोशिश की तो भारत बड़ी आसानी से उसे कुचल सकेगा।
क्या है न्यू नॉर्मल
भारतीय सेना नई रणनीति के हिसाब युद्ध की तैयारियों में जुटी में हुई है। इसके तहत 70 फीसदी ट्रेनिंग रात के वक्त और 30 फीसदी ट्रेनिंग दिन में हो रही है। दक्षिण-पश्चिम आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ‘न्यू नॉर्मल’ के पॉलिटिकल डायरेक्शन को फॉलो कर रही है। इसके मुताबिक देश में कोई अभी आतंकी गतिविधि को युद्ध का काम माना जाएगा। ऐसे किसी भी हालात करने के लिए सेना पूरी तरह से तैयारी में जुटी है।
संयुक्त राष्ट्र का कैसे मिलेगा साथ
खास बात यह है कि इससे भारत संयुक्त राष्ट्र संघ चार्टर के आर्टिकल 51 के इस्तेमाल में भी सक्षम हो जाता है। इस तरह भारत को आत्मरक्षा के जन्मजात अधिकार का भी हक मिल जाता है। सेना के अधिकारी ने बताया कि इसी हिसाब से बहुत सारी टेक्नोलॉजी और क्षमताओं को जोड़ा गया है। हमारा पूरा ध्यान अधिक से अधिक ट्रेनिंग रात के वक्त करने पर है। उन्होंने कहा कि भारत के न्यू नॉर्मल में देश किसी भी आतंकवादी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
