भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। राज्य में सक्रिय हुए निम्न दबाव क्षेत्र और चक्रवाती प्रणाली के चलते अगले दो दिनों में कई इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में बूंदाबांदी और बादल छाए रहने की संभावना है, जबकि पश्चिमी जिलों में हल्की वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
रविवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप खिलने से दिन का तापमान सामान्य से 1 से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.1°C, इंदौर में 30.1°C, ग्वालियर 31°C, उज्जैन 30°C और जबलपुर 29.8°C रहा। दतिया, गुना, नर्मदापुरम, खंडवा, रतलाम, छिंदवाड़ा, दमोह, खजुराहो, मंडला, नौगांव, सतना और उमरिया में तापमान 30°C या उससे अधिक रहा।
दो दिन रहेगा सिस्टम का असर
मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को उत्तर-पूर्वी हिस्से में एक निम्न दबाव क्षेत्र और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हुआ। इसके प्रभाव से सोमवार और मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर और जबलपुर संभाग के 30 से अधिक जिलों में बादल, आंधी, गरज-चमक और हल्की बारिश का दौर रहेगा।
नया पश्चिमी विक्षोभ 4 नवंबर से सक्रिय
मौसम विभाग ने आगे बताया कि 4 नवंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) सक्रिय होने की संभावना है। इसका असर मध्य प्रदेश में 6 नवंबर के आसपास दिखाई देगा। इसके चलते उत्तरी हवाएं तेज होंगी और दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में ठंड का असर बढ़ने की संभावना है, खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में।
