भोपाल । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप विजय ने राजधानी भोपाल में आस्था और राष्ट्रप्रेम का एक अभूतपूर्व संगम रच दिया। यह जश्न केवल खेल के मैदान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बरखेड़ी स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के गर्भगृह तक पहुँच गया, जहाँ भोलेनाथ का विशेष ‘तिरंगा’ श्रृंगार किया गया।
इस जीत को देशभक्ति और दैवीय आशीर्वाद का प्रतीक मानते हुए, मंदिर परिसर को केसरिया, सफेद और हरे फूलों के साथ तिरंगे झंडों से भव्यता से सजाया गया। पूरे वातावरण में श्रद्धालुओं के ‘भारत माता की जय’ और ‘हर हर महादेव’ के जयघोष ने एक दिव्य और राष्ट्रीय उत्सव का माहौल बना दिया।
महादेव के दरबार में ‘फाइनल’ की प्रार्थना
मंदिर के सेवादार प्रकाश मालवीय ने ‘नव भारत’ को बताया कि यह केवल जीत का जश्न नहीं, बल्कि आस्था की शक्ति का प्रमाण है। फाइनल मुकाबले से पूर्व ही हमने भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक किया था और पूरी टीम इंडिया की विजय के लिए विशेष अनुष्ठान किए थे। जैसे ही हमारी बेटियों ने जीत दर्ज की, पूरा मंदिर परिसर उत्साह से भर उठा। यह जीत बताती है कि जब राष्ट्र की बेटियाँ साहस दिखाती हैं, तो देवताओं का आशीर्वाद भी उनके साथ होता है।जीत की घोषणा के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रसाद का भोग लगाया और पूरे शहर में मिठाइयाँ बांटी गईं।
मंत्री सारंग का संदेश: यह सामाजिक सशक्तिकरण की जीत
इस गौरवशाली पल पर प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने खुशी व्यक्त करते हुए इसे केवल खेल की नहीं, बल्कि सामाजिक विजय करार दिया।उन्होंने कहा कि भारत की बेटियों ने सर्वोच्च प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया है, जो हर भारतीय के लिए अद्वितीय गर्व का क्षण है।मंत्री सारंग ने आश्वस्त किया कि मध्य प्रदेश सरकार महिला क्रिकेट अकादमी के माध्यम से खिलाड़ियों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है और इस जीत ने महिला क्रिकेट को आगे बढ़ने का ‘नया संवेग’ दिया है।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस विजय से सामाजिक दृष्टिकोण से भी महिलाओं के सशक्तिकरण को बल मिलेगा और सभी युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। मंदिर परिसर का यह उत्सवपूर्ण दृश्य साफ बताता है कि खेल अब केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय प्रेरणा का सशक्त माध्यम बन चुका है।
