नई दिल्ली। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार, 2 नवंबर की रात इतिहास रचते हुए ICC वुमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 का खिताबी मुकाबला जीत लिया। फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर चमचमाती ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इस शानदार जीत ने न केवल खिलाड़ियों को गौरव दिलाया, बल्कि महिला क्रिकेट को भी नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।
आईसीसी ने वर्ल्ड कप विजेता टीम के लिए 4.48 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 39.78 करोड़ रुपये) की प्राइज मनी तय की थी। वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस राशि से भी बढ़कर टीम इंडिया के खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “1983 में, कपिल देव ने भारत को वर्ल्ड कप जितवाकर क्रिकेट में एक नया युग और प्रोत्साहन शुरू किया था। आज महिलाओं ने भी वही उत्साह और प्रेरणा पेश की है। हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने न केवल ट्रॉफी जीती, बल्कि उन्होंने हर भारतीय का दिल जीत लिया। यह महिला क्रिकेट की अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है।”
उन्होंने आगे कहा, “बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने 2019 से 2024 तक महिला क्रिकेट में कई अहम बदलाव किए हैं। वेतन समानता पर विशेष ध्यान दिया गया। पिछले महीने, आईसीसी ने महिला क्रिकेटरों की पुरस्कार राशि में 300 प्रतिशत की वृद्धि की। पहले यह राशि 2.88 मिलियन डॉलर थी, जिसे बढ़ाकर 14 मिलियन डॉलर कर दिया गया। इन कदमों ने महिला क्रिकेट को काफी बढ़ावा दिया है। हम टीम और सहयोगी स्टाफ के साथ काम कर रहे हैं ताकि उनका हर प्रयास सम्मानित हो सके।”
टीम इंडिया की यह जीत केवल ट्रॉफी तक सीमित नहीं रही, बल्कि महिला क्रिकेट की संभावनाओं को भी नई दिशा दी। वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद से ही टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से यह संदेश दे दिया था कि महिला क्रिकेट अब हर स्तर पर पुरुष क्रिकेट के बराबर है।
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी, टीम की रणनीति और खिलाड़ियों की मेहनत ने इस ऐतिहासिक जीत को संभव बनाया। अब भारतीय महिला क्रिकेटरों को न केवल राष्ट्रीय गौरव का सम्मान मिला है, बल्कि आर्थिक रूप से भी उनकी मेहनत का उचित इनाम सुनिश्चित हुआ है। 51 करोड़ रुपये की BCCI पुरस्कार राशि, खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए महिला क्रिकेट में नए मानक स्थापित करेगी।
इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि महिला क्रिकेट में भी भारत किसी से पीछे नहीं है। देशभर में इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी और गर्व का माहौल है।
