नई दिल्ली । बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार मंगलवार शाम 5 बजे समाप्त होगा, लेकिन उससे पहले ही चुनावी राजनीतिक बयानबाजी ने तूल पकड़ लिया है। इस बार सियासी बहस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की शादी का मामला भी आ गया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया कि यदि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की कभी शादी होगी, तो उसमें वह जरूर शामिल होंगे।
यह तंज मल्लिकार्जुन खरगे के बयान के जवाब में आया है। एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि मोदी बिहार में ऐसे घूम रहे हैं, जैसे उनके बेटे की शादी हो। खरगे ने अपनी सभा में कहा, “पंचायत चुनाव से लेकर संसदीय चुनाव तक मोदी ही हर बार घूमते हैं। उनके चेहरे को देखकर लोग कितनी बार वोट देंगे।”
गिरिराज सिंह ने खरगे के इस बयान को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पलटवार किया और लिखा, “खड़गे जी, कांग्रेस के युवराज की भी अगर कभी शादी होती है तो उसमें जरूर आएंगे।” इस प्रकार केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा।
खरगे ने अपने सभा भाषण में यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी किसी भी हाल में नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने पर मोदी अपने किसी चेले को मुख्यमंत्री पद पर बिठाएंगे और नीतीश कुमार को आराम करने के लिए घर भेज देंगे।
इसके अलावा, खरगे ने बिहार में पलायन, बेरोजगारी, गरीबी और बिगड़ती कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर जदयू-भाजपा सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 20 वर्षों में नौ बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन जनता की सुध नहीं ली। नौजवानों को नौकरियां नहीं मिलीं और लाखों लोग पलायन करने को मजबूर रहे। उन्होंने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के जंगलराज हटाने के वादों को भी याद दिलाया और पूछा कि 20 साल में जंगलराज क्यों नहीं खत्म हुआ।
बिहार में पहले चरण के मतदान से पहले यह बयानबाजी चुनावी माहौल को और गर्मा रही है। राहुल गांधी की शादी पर सियासी तंज और मोदी-नीतीश पर गंभीर आरोप, दोनों ही पार्टियों के चुनावी प्रचार को जोर दे रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, ऐसे बयान वोटरों के बीच भावनात्मक और व्यक्तिगत आक्रमण के जरिए ध्यान खींचने की कोशिश हैं।
