ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Swiggy ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 10,000 करोड़ रुपये तक के फंड जुटाने की योजना का ऐलान किया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बताया जा रहा है कि यह फंड क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) और अन्य माध्यमों से जुटाया जाएगा। Swiggy ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि वह पब्लिक और प्राइवेट प्लेसमेंट दोनों विकल्पों पर विचार कर रही है। इस प्रक्रिया को अंतिम रूप देने से पहले कंपनी को अपने आम शेयरधारकों से भी मंजूरी लेनी होगी, जिसके लिए एक असाधारण आम बैठक (EGM) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जाएगी।
क्यों लिया गया फंड जुटाने का फैसला?
Swiggy यह कदम ऐसे समय पर उठा रही है जब क्विक कॉमर्स सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है। Blinkit और Zepto जैसे प्रतिस्पर्धी तेजी से अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं। इस स्थिति में Swiggy अपने बिजनेस मॉडल को मजबूत करने और फाइनेंशियल स्थिरता बनाए रखने के लिए पूंजी बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। कंपनी का मानना है कि यह फंड उसकी मार्केट पोजीशन को सुदृढ़ करेगा और उसे नई ग्रोथ रणनीतियों पर काम करने की आज़ादी देगा।
Swiggy के मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) राहुल बोथरा ने कहा, “फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेक्टर में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। हमें इस ग्रोथ कैपिटल को जुटाने की फ्लेक्सिबिलिटी चाहिए ताकि हम आने वाले वर्षों में प्रतिस्पर्धा में बने रह सकें।” उन्होंने आगे बताया कि जुटाए गए फंड का एक हिस्सा स्ट्रैटेजिक रिजर्व के रूप में रखा जाएगा, जिसे कंपनी अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस, नए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन में इस्तेमाल करेगी।
कंपनी के तिमाही नतीजे और भविष्य की रणनीति
Swiggy के सितंबर 2025 तिमाही परिणामों के अनुसार, कंपनी का घाटा बढ़कर 1092 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 626 करोड़ रुपये था। हालांकि, इसी अवधि में कंपनी की ऑपरेशनल रेवेन्यू में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है — जो पिछले साल 3601 करोड़ रुपये से बढ़कर 5561 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह आंकड़े कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ और मजबूत कस्टमर बेस को दर्शाते हैं।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने अपने विश्लेषण में कहा है कि Swiggy आने वाले वित्तीय वर्ष 2026-27 तक अपनी रेवेन्यू ग्रोथ को 20-22 प्रतिशत तक बढ़ा सकती है। रिपोर्ट में कंपनी के लिए 550 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग दी गई है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
