भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार कड़ाके की ठंड ने कई शहरों में दशकों पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते प्रदेश में तापमान में गिरावट आई है और सर्दी ने आम जनजीवन के साथ सरकारी संस्थानों की गतिविधियों को भी प्रभावित किया है। इसी बीच, राजधानी भोपाल की पुलिस ने भी जवानों और अधिकारियों को ठंड से बचाने के लिए अपनी वर्दी में बदलाव किया है।
भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, नगर पुलिस जिला भोपाल की सभी पुलिस इकाईयों के अधिकारी और कर्मचारी 10 नवंबर 2025 से शीतकालीन गणवेश पहनेंगे। अब पुलिसकर्मी फुल शर्ट और जर्सी में नजर आएंगे। यह यूनिफॉर्म पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों दोनों के लिए लागू होगी।
आदेश में स्पष्ट किया गया है कि पुलिसकर्मियों को अंगोला शर्ट और जर्सी पहनना अनिवार्य होगा। सामान्य दिनों में पुलिसकर्मी शर्ट की आस्तीन को हाफ तक फोल्ड कर लेते हैं, लेकिन शीतकालीन चार माह के दौरान आस्तीन को फोल्ड नहीं किया जा सकता। यदि कोई पुलिसकर्मी अंगोला शर्ट की बजाय सामान्य शर्ट पहनना चाहता है, तो उसके ऊपर स्वेटर पहनना अनिवार्य होगा।
पुलिस रेगुलेशन एक्ट, 1961 में यह प्रावधान है कि सर्दियों के दौरान चार माह तक अंगोला शर्ट पहनना अनिवार्य है। इस अवधि में नियमों का पालन न करने पर पुलिसकर्मी को सजा का भी प्रावधान है। इस बार के आदेश के साथ ही एमपी पुलिस के सभी अधिकारी और कर्मचारी इस एक्ट का सख्ती से पालन करेंगे।
भोपाल पुलिस ने बताया कि इस बदलाव का उद्देश्य जवानों और अधिकारियों को ठंड के मौसम में स्वास्थ्य और सुरक्षा की दृष्टि से सक्षम बनाना है। अधिकारियों का कहना है कि सर्दी में उचित पोशाक न होने से कामकाज प्रभावित हो सकता है और लंबे समय तक ठंड में रहने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
इस आदेश के साथ ही पुलिसकर्मी अब चार माह तक अंगोला शर्ट और जर्सी पहनकर अपनी ड्यूटी निभाएंगे। यह व्यवस्था प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू हो सकती है, ताकि पूरे राज्य में पुलिसकर्मी ठंड के प्रकोप से सुरक्षित रहें।
