लखनऊ ।11 नवंबर। हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस को लगातार चौंकाने वाले तथ्य मिल रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, डॉ. शाहीन कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में प्रवक्ता (Lecturer) के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं। यही नहीं, उनके पास लोक सेवा आयोग (UPPSC) से चयन होने का रिकॉर्ड भी मिला है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में प्रवक्ता रह चुकी हैं डॉ. शाहीन
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार, डॉ. शाहीन का चयन लोक सेवा आयोग के माध्यम से हुआ था और उन्हें वर्ष 2009-2010 में कन्नौज मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित किया गया था। इसके बाद वर्ष 2013 में वह अचानक कॉलेज से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित हो गईं। लंबे समय तक संपर्क न होने के बाद शासन ने वर्ष 2021 में उन्हें बर्खास्त कर दिया।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि शासन के निर्देश पर कॉलेज के पुराने रिकॉर्ड की जांच की गई, जिसमें यह तथ्य सामने आए हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम भी कॉलेज पहुंची और डॉ. शाहीन से जुड़े सभी प्रशासनिक रिकॉर्ड और दस्तावेज अपने कब्जे में लिए।
भाई-बहन हैं डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज
इस मामले में एक और बड़ा खुलासा यह हुआ है कि डॉ. शाहीन और डॉ. परवेज अंसारी सगे भाई-बहन हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेश एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में लखनऊ के दो ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की — पहला छापा मड़ियांव स्थित डॉ. परवेज के घर, और दूसरा हुसैनगंज में डॉ. शाहीन के घर पर मारा गया।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने डॉ. शाहीन के पिता से करीब एक घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम घर से कई दस्तावेज लेकर लौटी। परिवार ने पुष्टि की है कि शाहीन और परवेज भाई-बहन हैं, लेकिन डॉ. परवेज इस समय फरार हैं। उनकी तलाश जारी है।
जैश-ए-मोहम्मद की साजिश से जुड़ रहे हैं तार
कई खुफिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि डॉ. शाहीन को कथित तौर पर एक आतंकी मिशन की जिम्मेदारी सादिया अजहर ने दी थी। सादिया अजहर जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर की बहन और संगठन के महिला विंग की प्रमुख मानी जाती है। सादिया का पति यूसुफ अजहर वह आतंकी था जो कंधार हाईजैक साजिश (1999) का मास्टरमाइंड बताया जाता है।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि डॉ. शाहीन भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला नेटवर्क को सक्रिय करने के मिशन पर थी। माना जा रहा है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन अब भारत में महिलाओं को आतंक का चेहरा बनाकर नए मॉड्यूल तैयार कर रहे हैं।
डिजिटल नेटवर्क की जांच में जुटी एटीएस
एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम अब डॉ. शाहीन के डिजिटल नेटवर्क, सोशल मीडिया कनेक्शन और संभावित सहयोगियों की जांच कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि शाहीन के मोबाइल, लैपटॉप और सोशल मीडिया अकाउंट्स को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि शाहीन भारत के कई शहरों से ऑनलाइन नेटवर्किंग और भर्ती गतिविधियों में जुड़ी हो सकती हैं।
एटीएस की जांच तेज, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
डॉ. शाहीन के पास से एके-47 राइफल मिलने के बाद यह मामला और भी गंभीर हो गया है। उत्तर प्रदेश एटीएस ने बताया कि यह गिरफ्तारी एक बड़ी आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती है। फिलहाल, पुलिस डॉ. शाहीन के संपर्कों और विदेश कनेक्शनों की पड़ताल कर रही है।
एजेंसियों ने कहा है कि शाहीन के नेटवर्क में अन्य मेडिकल या तकनीकी पृष्ठभूमि वाले लोग भी शामिल हो सकते हैं। पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए फरीदाबाद, लखनऊ, कानपुर और जम्मू-कश्मीर में एक साथ जांच अभियान चलाया जा रहा है।
