नर्मदापुरम (हिन्द संतरी) रेत रायल्टी के कारोबारियों ने जासलपुर ग्राम की एकमात्र उपयोगी भूमि जिसपर ग्रामीणों की समर्थनमूल्य पर खरीदी की सुविधा थी,पर कब्ज़ा कर दर्जनों की संख्या में डम्फर खड़े कर रेत का भण्डारण व रायल्टी का काम किये जाने से उक्त स्थान कीचड़युक्त दलदल सा बन गया है जिसमें स्कूली बच्चों का डम्फरों के रहते जीवन असुरक्षित हो गया है वही कभी कभार उक्त स्थान पर सुबह शाम खेलने वाले बच्चों का यह अस्थायी खेल मैदान की सूरत बिगड़ गई है, जिससे दुखी होकर पुरे ग्राम के लोग कलेक्टर की जनसुनवाई में आये ओर अपनी पीड़ा व्यक्त कर डम्फर चालको द्वारा जान से मारने की शिकायत कर तत्काल उक्त स्थान को इनके कब्जे से मुक्त करने की मांग की है|
ग्राम जासलपुर के ग्रामीणों की शिकायत है कि ग्राम जासलपुर में स्थित सोसायटी के पास मुख्य रोड़ पर एवं नर्मदा वैली स्कूल के पास भी रेत रायल्टी से संबंधित कार्य होता है जिससे इसी रोड़ पर डम्फर खडे रहते है जिससे कि मुख्य मार्ग पर प्रतिदिन कीचड एवं गढ्ढे जाम की स्थित होने से आवागमन में सभी को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है जिससे हर समय कोई भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है, कुछ छोटी-मोटी घटना प्रतिदिन होती है एवं जिससे आये दिन रेत रायल्टी कर्मचारियों से एवं डम्फर ड्रायवरों से विवाद की स्थिति भी उत्पन्न होती है। इसके अतिरिक्त भी ग्रामीणों को अन्य समस्या का सामना करना पड रहा है जिसकी शिकायत वे अगर वहा उपस्थित रेत रायल्टी कर्मचारियों से करते है और डम्फर ड्रायवरों से वहा सड़क एवं अन्य सभी जगह डम्फर खड़ा करने से मना करते है तो वे ग्रामीणों को धमकी देते है एवं मारपीट पर उतारू रहते है और झूठे केसों में फंसाने की धमकी देते है इस तरह पूरा गाँव इनसे परेशान है और इनके कारण परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
चूँकि यह गंभीर समस्या से ग्रामवासी प्रतिदिन तनाव में जीते है वही उन लोगों के विषय में भी विचार किया जाना चाहिए जो इस प्रमुख सड़क से आवागमन करते है उनके लिए भी ये डम्फर जानलेवा बने हुए है और दुर्घटना की आशंका में यहाँ ग्राम में भय की स्थिति बनी हुई है| पूर्व में इस गंभीर समस्या को लेकर यहाँ नर्मदा वैली इंटरनेशनल स्कुल के प्राचार्य आदि भी कलेक्टर को शिकायत कर स्कूल आने जाने वाले छात्र-छात्रों के वाहनों स्कुल वाहनों आदि को भी इनसे खतरा है किन्तु उस पर कलेक्टर ने संज्ञान में नहीं लिए जाने के बाद यह दूसरी शिकायत ग्रामवासियों ने कलेक्टर को की है, कही ऐसा न हो की यह अनसुनी और लापरवाही जानमाल के लिए संकटखड़ा कर दे|
ग्रामीणों सहित स्कुल के नौनिहालों के जीवन और भविष्य को ध्यान में रखते हुए रेत रायल्टी कर्मचारियों से एवं डम्फर ड्रायवरों के विरूद्ध कब तक और क्या कार्यवाही की जायेगी यह तो भविष्य तय करेंगा वहीँ रेत रायल्टी आफिस/रेत स्टाक को मुख्य मार्ग हटाकर किसी अन्य स्थान पर किये जाने की मांग पर कलेक्टर पर निर्भर है, क्या वे ग्रामीणों के हित में इन्हें हटा पाएंगी या उनकी ताकत के सामने घुटने टेक ग्रामीणों के साथ अन्याय होने देंगी|
