नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले नेता प्रतिपक्ष और राजद के अध्यक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एग्जिट पोल्स को पूरी तरह खारिज कर दिया। तेजस्वी ने इन सर्वेक्षणों को “पीएमओ से सेट” करार देते हुए कहा कि जनता असली फैसला वोटों से देगी, न कि मनगढ़ंत आंकड़ों से।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि काउंटिंग के दिन अधिकारियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि एग्जिट पोल्स का सैंपल, सर्वे और मानक कौन तय करता है, यह कोई नहीं बता रहा। उन्होंने स्पष्ट किया, “इस बार बदलाव तय है। 14 नवंबर को परिणाम, 18 नवंबर को शपथ होगी। भाजपा-एनडीए बौखलाहट में हैं।”
बिहार में बदलाव की लहर
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार बिहार में बदलाव की लहर साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने बताया कि 2020 के मुकाबले इस बार 72 लाख अधिक वोट पड़े हैं और हर विधानसभा में औसतन 30 हजार से ज्यादा मतदाता शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह वोट सरकार बचाने के लिए नहीं, बल्कि उसे बदलने के लिए डाला गया है। जनता बदलाव चाहती है।”
महागठबंधन क्लीन स्वीप का दावा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछली बार गिनती जानबूझकर धीमी की गई और बेईमानी हुई थी। उन्होंने दावा किया कि इस बार महागठबंधन बिहार में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। तेजस्वी ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता काउंटिंग के दौरान किसी भी प्रकार की बेईमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। वोट चोरों को रोका जाएगा, चाहे जितनी कुर्बानी देनी पड़े।”
तेजस्वी ने जनता को आश्वस्त किया कि नई सरकार नौकरी-उन्मुख और पारदर्शी होगी। उन्होंने कहा कि कलम राज की स्थापना होगी और यदि कोई गड़बड़ी हुई, तो जनता मुंहतोड़ जवाब देगी।
1995 के मुकाबले बेहतर फीडबैक
तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास पोलो रोड पर पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि इस बार का फीडबैक 1995 के चुनाव से भी बेहतर है। उन्होंने कहा कि जनता ने भारी मतदान किया है और बदलाव का मन बना लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता सरकार बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तेजस्वी यादव का यह बयान महागठबंधन की जीत के आत्मविश्वास को दर्शाता है, साथ ही यह भाजपा-एनडीए के लिए चेतावनी भी है। आगामी 14 नवंबर को मतगणना और 18 नवंबर को नई सरकार की शपथ तक बिहार की राजनीति में हाई-टेंशन बना रहेगा।
