मुंबई बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नवले ब्रिज कई बार हादसों की वजह से चर्चा में रहा है, लेकिन गुरुवार शाम जो हुआ उसने पूरे इलाके को दहला दिया। सिर्फ मिनटों में सड़क पर दौड़ती कई ज़िंदगियाँ राख में बदल गईं। एक कंटेनर ट्रक के नियंत्रण से शुरू हुआ यह हादसा इतना भयावह था कि आग की लपटें आसमान को छूती दिख रही थीं और चीखें पूरे हाईवे पर गूंज रही थीं।
कैसे हुआ यह भयानक टकराव?
गुरुवार शाम, जब ट्रैफिक सामान्य रूप से बह रहा था, अचानक महाराष्ट्र के पुणे शहर से गुजरने वाले इस राजमार्ग पर अफरातफरी मच गई। मुंबई की ओर जा रहा एक भारी कंटेनर ट्रक अचानक बेकाबू हो गया। पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम के अनुसार, ट्रक का ब्रेक फेल होने से चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। यह ट्रक अपनी रफ्तार में आगे जा रहे कई वाहनों को अपनी चपेट में लेता हुआ एक मिनी बस से टकराया और इसके बाद सामने खड़े दूसरे कंटेनर से जा भिड़ा।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि दो कंटेनरों के बीच फंसी एक कार बुरी तरह कुचल गई और देखते ही देखते उसमें आग लग गई। उसी कार में एक ही परिवार के पांच सदस्य सवार थे, जो नारायणपुर स्थित एक धार्मिक स्थल से दर्शन करके लौट रहे थे। हादसे के बाद उनके बचने की कोई संभावना नहीं बची।
मरने वालों में एक ही परिवार के पांच लोग
पुलिस के मुताबिक कार में सवार सभी पांच लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। सीएनजी कार होने के कारण संदेह है कि टक्कर के तुरंत बाद किट में विस्फोट हुआ, जिससे आग और भड़क गई। आठवां मृतक सतारा जिले का रहने वाला था, जो हादसे के समय किसी अन्य वाहन में था।
मृत चालक और क्लीनर पर भी दर्ज हुआ केस
हादसे में ट्रक चालक रुस्तम खान (35) और क्लीनर मुश्ताक खान (31) दोनों की मौत हो गई, लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। पुलिस ने दोनों मृतकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (IPC) व मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। इनके साथ ट्रक मालिक ताहिर खान (45) को भी नामजद किया गया है, जो दुर्घटना के समय वाहन में मौजूद नहीं थे।
यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आगे की जांच में मालिक की जिम्मेदारी तय की जा सकेगी। क्या वाहन का रखरखाव ठीक से किया गया था? क्या ब्रेक फेल होने की वजह लापरवाही थी? क्या वाहन ओवरलोड था? ये सभी सवाल अब जांच का हिस्सा बनेंगे।
14 घायल कई की हालत गंभीर
हादसे में 14 लोग घायल हुए, जिनमें से कई को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ लोग जलने की गंभीर अवस्था में हैं, तो कुछ को टक्कर से गंभीर चोटें आई हैं। अस्पताल प्रशासन लगातार घायलों का इलाज कर रहा है और पुलिस हर मरीज का बयान दर्ज कर रही है ताकि हादसे की सटीक श्रृंखला सामने आ सके।
नवले ब्रिज, पहले भी कई दुर्घटनाओं का गवाह
पुणे–बेंगलुरु हाईवे पर स्थित नवले ब्रिज का यह ढलान पहले भी कई भयावह हादसों की वजह रहा है। भारी वाहनों का अचानक गति पकड़ना और मोड़ पर नियंत्रण खो देना यहां आम समस्या है। स्थानीय निवासी व यात्री लंबे समय से इसकी शिकायत करते आए हैं कि इस ढलान पर सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं।
पुलिस और प्रशासन के अनुसार, इस ढलान के डिजाइन में सुधार की जरूरत है। बारिश के दौरान यह और भी खतरनाक हो जाता है। गुरुवार का हादसा भी इसी खामी का एक और प्रमाण बनकर सामने आया है।
केंद्रीय मंत्री करेंगे स्पॉट निरीक्षण
हादसे की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है। पुणे के सांसद और केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने घटना स्थल का निरीक्षण करने का फैसला किया है। उनके साथ एनएचएआई भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पुणे नगर निगम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
इस निरीक्षण के दौरान हादसे की पूरी परिस्थितियों, ढलान की संरचना तथा भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के उपायों पर चर्चा होगी। उम्मीद है कि जल्द ही हाईवे पर सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
