खंडवा जिला अस्पताल, जो कुछ दिन पहले तक सामान्य गतिविधियों से भरा रहता था जहाँ मरीजों की आवाजाही, स्टाफ की नियमित दिनचर्या और लोगों की भीड़ एक आम दृश्य थी-गुरुवार को अचानक अफरा-तफरी का केंद्र बन गया। शांत माहौल तब बिगड़ गया जब एक 20 वर्षीय युवती ने अस्पताल परिसर में ही छेड़छाड़ और धर्म परिवर्तन के दबाव का गंभीर आरोप लगाया। देखते ही देखते अस्पताल में भीड़ जमा हो गई और मामला इतना तूल पकड़ गया कि पिटाई तक की नौबत आ गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर साहिल और फैजान नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
रिश्तेदार से मिलने आई युवती, अनजाने में फंस गई मुसीबत में
युवती ने मोघट थाना पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन पहले अपने रिश्तेदार का हाल जानने जिला अस्पताल पहुंची थी। उसी दौरान उसकी एक मुस्लिम सहेली भी अस्पताल आई, जो पास के वार्ड में भर्ती एक मरीज से मिलने आई थी। उसके साथ साहिल नाम का युवक भी मौजूद था। तीनों के बीच कुछ देर बातचीत हुई और फिर साहिल वहां से चला गया। उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि यही मुलाकात आगे जाकर बड़ी परेशानी की वजह बनेगी।
घटना की शुरुआत तब हुई जब युवती की सहेली ने अपने फोन की जगह गलती से पीड़िता के फोन से साहिल को कॉल कर दिया। इससे साहिल के पास युवती का नंबर पहुंच गया। युवती को यह बात मामूली लगी, लेकिन आगे चलकर यही एक फोन कॉल उसकी जिंदगी में तनाव का कारण बन गई।
लगातार फोन, दबाव और पीछा करने की कोशिशें
युवती के अनुसार, नंबर मिलने के बाद साहिल ने उसे लगातार कॉल करना शुरू कर दिया। वह बार-बार दोस्ती का प्रस्ताव रखता, मिलने का दबाव बनाता और अपनी पसंद जताता था। युवती हर बार मना करती, कॉल नहीं उठाती, लेकिन साहिल अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। कुछ ही दिनों में युवक की जिद्द इतनी बढ़ गई कि वह युवती को मनाने की कोशिश में दिनभर फोन करता रहता। युवती को यह सब बेहद परेशान करने वाला लगा, लेकिन उसे उम्मीद थी कि अनदेखी करने पर ये कॉल्स बंद हो जाएँगी। मगर मामला यहीं नहीं रुका।
अस्पताल में हुई दूसरी मुलाकात और बिगड़ी स्थिति
गुरुवार को युवती अपने एक परिचित के साथ फिर जिला अस्पताल पहुंची। उसे लगा था कि अस्पताल जैसा सार्वजनिक स्थान सुरक्षित होगा, लेकिन वहां उसकी मुलाकात एक बार फिर साहिल और उसके दोस्त फैजान से हो गई। पीड़िता का आरोप है कि दोनों युवकों ने उसका रास्ता रोककर जबरन बातचीत शुरू की। पहले दोस्ती और मिलने की बात की, लेकिन बात धीरे-धीरे धर्म परिवर्तन के दबाव तक पहुँच गई। युवती ने इसका कड़ा विरोध किया, लेकिन आरोपियों ने पीछे हटने के बजाय उस पर और जोर डालना शुरू कर दिया। स्थिति तब गंभीर हो गई जब, युवती के अनुसार, साहिल ने उसका हाथ पकड़ लिया और अपने साथ चलने का दबाव देने लगा। यह देखकर युवती डर गई और किसी तरह हाथ छुड़ाकर बाहर भागी। बाहर पहुँचकर उसने अपने परिचित को फोन कर पूरी घटना बताई। दो घंटे हंगामा, भीड़ ने आरोपियों को घेरा कुछ ही समय में युवती के परिचित और अन्य लोग अस्पताल परिसर में जमा हो गए। भीड़ ने साहिल और फैजान को पकड़ लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी। कुछ लोग उत्तेजित होकर आरोपियों के साथ हाथापाई करने लगे। करीब दो घंटे तक अस्पताल परिसर में तनावपूर्ण माहौल रहा। मरीज, उनके परिजन और अस्पताल स्टाफ भी डर और अफरा-तफरी में इधर-उधर भागते नजर आए। हालात बिगड़ते देख अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। मोघट थाना पुलिस टीम मौके पर पहुँची और भीड़ को नियंत्रित करने के बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि मामले में युवती की शिकायत दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
