नई दिल्ली बिहार विधानसभा चुनावों में मिली अभूतपूर्व सफलता से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी अब अपना पूरा फोकस आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों पर केंद्रित कर चुकी है। पार्टी ने बंगाल में चुनावी अभियान को गति देते हुए राज्यभर में एकता यात्रा रैलियों की शुरुआत कर दी है। बिहार की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने इन रैलियों का नेतृत्व किया और बड़ी संख्या में लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे आने का आह्वान किया।
भाजपा नेताओं ने रैलियों के माध्यम से राज्य की जनता से राष्ट्र-विरोधी जिहादी ताकतों को पराजित करने की अपील की। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बीरभूम जिले के नानूर में एक रैली का नेतृत्व किया, जबकि केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने दक्षिण दिनाजपुर जिले में आयोजित रैली में भाग लिया। शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि 17 से 19 नवंबर के बीच भाजपा ने पूरे पश्चिम बंगाल में 121 स्थानों पर एकता यात्राएं आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिनमें बड़ी संख्या में राष्ट्रवादी और देशभक्त नागरिक स्वयं शामिल हो रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि इन यात्राओं का उद्देश्य उन सभी तत्वों को स्पष्ट संदेश देना है जो राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं कि बंगाल और देश ऐसे लोगों के लिए सुरक्षित स्थान नहीं हो सकता। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाए जाने की घटनाएं भी सामने आईं। शुभेंदु अधिकारी ने इसे 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले कमजोर हो रही सत्तारूढ़ पार्टी की घबराहट बताया।
उन्होंने एकता यात्रा के मंच से लोगों से ‘ममता को वोट न दें की अपील भी की और कहा कि राज्य की सुरक्षा, अखंडता और शांतिपूर्ण समृद्ध बंगाल के लिए भाजपा को मजबूत समर्थन मिलना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि लोग किसी को भी वोट दें लेकिन अपने विकल्पों में तृणमूल कांग्रेस को शामिल न करें।
