नई दिल्ली। कोलकाता टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली करारी हार ने भारतीय क्रिकेट में हलचल मचा दी है। ईडन गार्डन्स की पिच पर तीन दिनों से भी कम समय में खत्म हुई इस टेस्ट मैच ने न सिर्फ टीम इंडिया की योजना पर सवाल खड़े किए बल्कि मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व पर भी बहस छेड़ दी है। मैच में भारतीय बल्लेबाज बुरी तरह संघर्ष करते दिखाई दिए और इसी के साथ गंभीर की कोचिंग क्षमता पर कई आलोचनाएं होने लगीं। लेकिन इसी बीच पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल CAB के अध्यक्ष सौरव गांगुली गंभीर के समर्थन में मजबूती से उतरे हैं।
हार के बाद गंभीर चर्चा, लेकिन गंभीर का रुख स्पष्ट
टेस्ट मैच खत्म होने के बाद गौतम गंभीर ने साफ कहा कि पिच में कोई समस्या नहीं थी और यह वैसी ही तैयार की गई थी जैसी टीम चाहती थी। उन्होंने इस हार की जिम्मेदारी से पीछे हटने के बजाय स्वीकार किया कि पिच को दोष देना सही नहीं होगा।
हालांकि, गंभीर के मुख्य कोच रहते हुए भारत को घर में पिछले छह टेस्ट में से चार मैचों में हार मिली है। यही आंकड़ा उनके आलोचकों को आवाज देता रहा है। लेकिन गंभीर का मानना है कि टीम इस हार से सीखकर आगे बढ़ेगी।
गांगुली ने दिया गंभीर को मजबूत समर्थन
ऐसे समय जब गंभीर की आलोचना बढ़ रही थी पूर्व कप्तान सौरव गांगुली उनका बचाव करने के लिए आगे आए। मीडिया से बातचीत में गांगुली ने कहा कि एक हार के आधार पर किसी को जज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा
गौतम गंभीर को इस स्टेज पर बर्खास्त करने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने इंग्लैंड की बैटिंग पिचों पर टीम को शानदार प्रदर्शन करवाया है। मुझे भरोसा है कि भारत में भी टीम ऐसा ही करेगी।
गांगुली ने यह भी याद दिलाया कि शुभमन गिल की कप्तानी में भी टीम ने कई अच्छे मैच खेले हैं और केवल एक खराब परिणाम से किसी की क्षमता पर शक करना गलत है।
ईडन गार्डन्स की पिच पर गांगुली की असहमति
कोलकाता टेस्ट का सबसे बड़ा विवाद बना-ईडन गार्डन्स की पिच। जहां गंभीर ने पिच को सही बताया वहीं गांगुली इससे सहमत नहीं दिखे।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त नहीं थी और यह एक बेहतर क्रिकेटिंग सरफेस नहीं थी।
गांगुली बोले टॉप और मिडल ऑर्डर को खेलने के लिए बेहतर विकेट मिलना चाहिए। भारतीय टीम को भारत में बेहतर पिचों पर मैच खेलने चाहिए।
CAB का कोई हस्तक्षेप नहीं- गांगुली
पिच विवाद पर गांगुली ने यह भी स्पष्ट किया कि CAB यानी बंगाल क्रिकेट संघ का इस पिच की तैयारी में कोई रोल नहीं था।
उन्होंने कहा-
पिच बीसीसीआई के क्यूरेटरों ने तैयार की। टेस्ट से 4 दिन पहले ही उन्होंने पूरा नियंत्रण ले लिया था। CAB या मैं किसी भी तरह इस प्रक्रिया में शामिल नहीं थे। उन्होंने अपने क्यूरेटर सुजान मुखर्जी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा बेहतरीन काम किया है लेकिन इस टेस्ट मैच की पिच की जिम्मेदारी उनका विभाग नहीं संभाल रहा था।टेस्ट मैच ढाई दिन में खत्म भारत की बड़ी हारकोलकाता टेस्ट भारत के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक लेकिन निराशाजनक रहा। चारों पारियों में कोई भी टीम 200 रन नहीं बना सकी और भारत को 124 रन का लक्ष्य मिला था जिसे टीम हासिल नहीं कर सकी और मात्र 93 पर ऑलआउट हो गई।कप्तान शुभमन गिल की चोट और बल्लेबाजी न कर पाना भी टीम पर भारी पड़ा।
