नई दिल्ली।भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को उस समय बड़ा झटका लगा, जब कप्तान शुभमन गिल दूसरे टेस्ट मैच से ठीक एक दिन पहले स्क्वाड से बाहर कर दिए गए। गिल पहले टेस्ट के दौरान लगी गर्दन की चोट से उबर नहीं पाए, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें आधिकारिक रूप से सीरीज से रिलीज़ करने की घोषणा कर दी। उनकी जगह अब विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत टीम इंडिया की कमान संभालेंगे और गुवाहाटी में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में पहली बार टेस्ट कप्तान के रूप में नजर आएंगे।
गिल की चोट बढ़ा चिंता का विषय
पहले टेस्ट मैच में शुभमन गिल को गर्दन में गंभीर चोट लगी थी। यही वजह रही कि वे पहली पारी खेलने के बाद दूसरी पारी में मैदान पर उतर ही नहीं सके। उनकी तबीयत में सुधार नहीं होने की स्थिति तब और स्पष्ट हो गई जब गुरुवार को टीम इंडिया का पूरा दल अभ्यास सत्र में हिस्सा लेने मैदान पहुँचा, लेकिन गिल नजर नहीं आए। उसी वक्त यह कयास तेज हो गए थे कि वह दूसरे टेस्ट में उपलब्ध नहीं रहेंगे। बोर्ड ने अब इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है।
जानकारी के अनुसार, गिल जल्द ही विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श कर अपना उपचार शुरू करेंगे। उनकी चोट कितनी गंभीर है और मैदान पर वापसी में कितना समय लगेगा, इसके बारे में अभी कोई स्पष्ट सूचना नहीं है।
ऋषभ पंत को मिली टेस्ट कप्तानी
शुभमन गिल के बाहर होने के बाद टीम इंडिया की कमान अब युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के हाथों में होगी। यह पहली बार है जब पंत टेस्ट मैच में भारत की कप्तानी करेंगे। हालांकि वह इससे पहले पांच टी20 मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं। पंत की नेतृत्व क्षमता और उनकी आक्रामक सोच को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है।पंत के नेतृत्व में भारत किस तरह की रणनीति के साथ मैदान में उतरेगा इस पर सभी की नज़रें टिकी होंगी। माना जा रहा है कि पंत का डायनेमिक एप्रोच टीम की बैटिंग ऑर्डर और गेंदबाजी बदलावों में भी असर दिखा सकता है।
वनडे सीरीज पर संकट के बादल
गिल के चोटिल होने से जहाँ टेस्ट टीम को संशोधन करना पड़ा है, वहीं अब बीसीसीआई के लिए आगामी वनडे सीरीज भी चिंता का कारण बन गई है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यही गिल वनडे टीम के भी कप्तान हैं। यदि वह समय रहते फिट नहीं हो पाते तो बोर्ड को वनडे सीरीज के लिए भी नया कप्तान नियुक्त करना पड़ेगा। इससे पहले गिल को सीमित ओवर क्रिकेट में नए नेतृत्व विकल्प के रूप में देखा जा रहा था लेकिन उनकी चोट ने टीम संयोजन को मुश्किल में डाल दिया है।टीम प्रबंधन के अनुसार गिल की चोट का मूल्यांकन लगातार किया जा रहा है और उनकी रिकवरी पर निर्णय आगे की रणनीति तय करेगा। फिलहाल उनकी वापसी को लेकर कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
रणनीति और मनोबल पर पड़ेगा असर
विशेषज्ञों का मानना है कि गिल के बाहर होने से टीम इंडिया की रणनीति में बड़ा बदलाव संभव है। गिल न सिर्फ टीम के कप्तान थे, बल्कि टॉप ऑर्डर में एक अहम बल्लेबाज भी हैं। उनकी अनुपस्थिति से ओपनिंग संयोजन में भी बदलाव होगा। दूसरी ओर, पंत के नेतृत्व में टीम का खेल अंदाज भी पहले टेस्ट की तुलना में अलग देखने को मिल सकता है।इसके बावजूद टीम इंडिया की कोशिश होगी कि कप्तान की गैरमौजूदगी से पैदा हुई कमी को एकजुट होकर पूरा किया जाए और सीरीज में बढ़त हासिल की जाए।
