नई दिल्ली। सिख धर्म के 9वें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के समापन अवसर पर मंगलवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भव्य समारोह में भाग लिया। यह कार्यक्रम आनंदपुर साहिब में आयोजित किया गया जिसमें देशभर से श्रद्धालु और धर्मगुरु शामिल हुए। केजरीवाल ने अपने संबोधन में गुरु साहिब की शिक्षाओं का हवाला देते हुए अपनी सरकार की ईमानदारी पारदर्शिता और जनता के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा अगर हमने एक पैसा भी बेईमानी से कमाया हो तो गुरु महाराज हमें माफ न करें। उनके इस बयान ने उपस्थित लोगों के दिलों को छू लिया।
ईमानदारी और पारदर्शिता पर जोर
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा गुरु साहिब की शिक्षाओं नाम जपो कीरत करो वंड छको और ईश्वर को याद करो के मार्गदर्शन में काम करती रही है। उन्होंने बताया कि लोग अक्सर पूछते हैं कि पंजाब सरकार इतने बड़े काम कैसे कर पा रही है। इस पर उन्होंने स्पष्ट किया कि गुरु साहिब के मार्ग पर चलते हुए ही उनकी सरकार हर काम में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखती है।उन्होंने कहा चुनाव के दौरान हमने वादा किया था कि सरकार का एक-एक पैसा जनता के लिए खर्च होगा। हमने स्कूलों और अस्पतालों को बेहतर बनाया, 70 साल बाद नहरों का पानी खेतों तक पहुंचाया। यह सब बिना भ्रष्टाचार के सिर्फ जनता के हित में किया गया। हमने पैसा नहीं पुण्य कमाया है।
धर्म और समाज के प्रति संदेश
अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण में धर्म और मजहब के नाम पर हो रही लड़ाइयों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अगर लोग गुरु साहिब के संदेश को अपनाएं तो सभी विवाद समाप्त हो सकते हैं। उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए बताया कि उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। केजरीवाल ने कहा कि धर्म और सेवा का असली मकसद समाज में सद्भाव और न्याय कायम करना है और उनके प्रयास इसी दिशा में हैं।
तीन शहरों को पवित्र नगरी का दर्जा
केजरीवाल ने समारोह में यह भी घोषणा की कि सोमवार को विधानसभा में तीन शहरों को पवित्र नगरी घोषित किया गया। इन शहरों में शराब मांस गुटखा और तंबाकू की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि आनंदपुर साहिब में गुरु तेग बहादुर साहिब जी के नाम पर एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी जो शिक्षा और धर्म के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
समारोह की भावनात्मक झलक
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने केजरीवाल के भाषण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संदेश केवल धार्मिक नहीं, बल्कि समाज के नैतिक और सामाजिक मूल्यों को भी मजबूत करता है। केजरीवाल ने सभी से अनुरोध किया कि वे गुरु साहिब की शिक्षाओं का पालन करें और अपने जीवन में ईमानदारी, मेहनत और सेवा को सर्वोपरि रखें। 350वीं शहीदी शताब्दी का यह समापन समारोह न केवल श्रद्धा का प्रतीक बना बल्कि यह संदेश भी दिया कि सच्चाई साहस और सेवा का मार्ग आज भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।
