भोपाल । मध्य प्रदेश भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने कथित तौर पर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा आतंकी साजिश में फंसाने और गिरफ्तारी की धमकी से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 68 वर्षीय वकील के शव का पोस्टमॉर्टम बुधवार को कराया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आशंका जताई जा रही है कि यह ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी का प्रयास था जिसके डर से वकील ने इतना बड़ा कदम उठा लिया।
दर्दनाक घटना का विवरण
जहांगीराबाद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान शिवकुमार शर्मा (68) के रूप में हुई है, जो भोपाल के बरखेड़ी इलाके में रहते थे। शर्मा एक वरिष्ठ एडवोकेट थे और वर्तमान में वकालत की प्रैक्टिस कर रहे थे।घटना का समय: यह दुखद घटना मंगलवार तिथि का उल्लेख नहीं)रात करीब 7:30 बजे हुई।आत्महत्या का तरीका: शिवकुमार शर्मा ने अपने ही घर में फांसी लगा ली।अस्पताल ले जाना: परिजनों द्वारा उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस की कार्रवाई: घटना की सूचना मिलते ही जहांगीराबाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। बुधवार को उनका पोस्टमॉर्टम कराया गया। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट से खुलासे: ब्लैकमेलिंग का संदेह
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसने आत्महत्या के पीछे की चौंकाने वाली वजह का खुलासा किया है। इस सुसाइड नोट में शिवकुमार शर्मा ने लिखा है कि:अज्ञात व्यक्ति का कॉल: हाल ही में उनके पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। गंभीर आरोप: कॉल करने वाले ने उन्हें बताया कि उनका नाम हाल ही में दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम धमाके आतंकी साजिश में आ गया है।फंडिंग का दावा: उस व्यक्ति ने यह भी दावा किया कि आतंकी साजिश को उनके बैंक खाते से फंडिंग की गई है। गिरफ्तारी की धमकी: सुसाइड नोट के अनुसार धमकी देने वाले ने वकील को जल्द ही गिरफ्तार किए जाने की बात कही थी जिससे वह बहुत ज्यादा डर गए थे।
पुलिस का अनुमान: ठगी की कोशिश
यह फोन कॉल आने के बाद से शिवकुमार शर्मा अत्यधिक तनाव और सदमे में रहने लगे थे। पुलिस का प्रारंभिक अनुमान है कि अज्ञात व्यक्ति ने वरिष्ठ अधिवक्ता को आतंकी साजिश में फंसाने के नाम पर धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठने ठगी की कोशिश की थी।वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि यह साइबर अपराधियों या ब्लैकमेलरों का एक नया तरीका हो सकता है, जिसमें वे प्रतिष्ठित लोगों को डराकर उनसे बड़ी रकम वसूलने की कोशिश करते हैं। वकील शिवकुमार शर्मा संभवतः इस गंभीर धमकी और बदनामी के डर को सहन नहीं कर पाए और ठगी का शिकार होने से पहले ही उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।पुलिस अब उस अज्ञात नंबर और कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान करने में जुटी है। इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह महज एक धोखाधड़ी का प्रयास था। या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना समाज के सभी वर्गों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि किस तरह अपराधी लोगों की प्रतिष्ठा और डर का फायदा उठाकर उन्हें भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करते हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि इस तरह के किसी भी कॉल या धमकी को तुरंत नजरअंदाज न करें और सीधे पुलिस या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।
