पटना/छपरा। बिहार की चुनावी रणभूमि में इन दिनों ‘रोजगार’ के वादे कम और ‘नाचने वाला’ जैसे शब्द ज्यादा गूंज रहे हैं। भोजपुरी सिनेमा के चर्चित चेहरा खेसारी लाल यादव को छपरा सीट से आरजेडी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने तीखा तंज कसा है।यह तंज केवल खेसारी लाल पर नहीं, बल्कि महागठबंधन के रोजगार के दावों पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।
तेजप्रताप का सीधा हमला: ‘कौन सा जॉब देंगे खेसारी लाल?’
प्रेस से बात करते हुए जब मीडिया ने तेजप्रताप यादव से पूछा कि आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव कह रहे हैं कि महागठबंधन सत्ता में आने पर 2 करोड़ रोज़गार देगा, तो तेजप्रताप ने पलटवार करते हुए कहाकौन सा जॉब देंगे खेसारी लाल, नाचने वाला? तेजप्रताप ने यह कहकर न सिर्फ खेसारी लाल के पेशे पर निशाना साधा, बल्कि विरोधी खेमे में हलचल पैदा कर दी। वहीं, एनडीए के 1 करोड़ रोजगार के वादे पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि अभी तो चुनाव चल रहा है, देख लेते हैं क्या होता है।
‘नाचने वाला’ शब्द पर पहले भी हो चुका है बवाल
तेजप्रताप यादव का यह तंज ऐसे समय आया है जब यह शब्द पहले ही चुनावी माहौल में गरमी पैदा कर चुका है।इससे पहले, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने खेसारी लाल यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि आरजेडी को कोई उम्मीदवार नहीं मिला तो उन्होंने एक ‘नाचने वाले’ को भेज दिया।
बीजेपी सांसद और खुद भोजपुरी इंडस्ट्री के बड़े चेहरे मनोज तिवारी ने सम्राट चौधरी के बयान का बचाव किया था। तिवारी ने कहा, यह कुछ लोगों की साज़िश है। सम्राट भाई कलाकारों का बहुत सम्मान करते हैं। सबसे ज़्यादा आर्टिस्ट एनडीए (बीजेपी) में हैं। खेसारी बाबू चिंता न करें, हम किसी के प्रोफेशन को बहुत बड़ा देखते हैं।
छपरा सीट का सियासी समीकरण: निर्णायक कौन?
भोजपुरी सिनेमा के ‘हिट ट्रेंडिंग मशीन’ खेसारी लाल यादव की उम्मीदवारी से छपरा (सारण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा) का चुनाव रोचक हो गया है।
1957 में गठन के बाद से इस सीट पर कांग्रेस (4 बार) का दबदबा रहा था। लेकिन हालिया इतिहास में यह सीट भाजपा और राजद के बीच झूलती रही है। पिछले दो आम चुनावों (2015 और 2020) में भाजपा के सीएन गुप्ता ने लगातार जीत हासिल की है।
इस सीट पर वैश्य, यादव और मुस्लिम वोटरों की भूमिका निर्णायक मानी जाती है। इनके अलावा ब्राह्मण, राजपूत, कुशवाहा, पासवान और ईबीसी वर्ग के मतदाता भी चुनाव परिणामों पर बड़ा असर डालते हैं।
खेसारी लाल यादव का आरजेडी से मैदान में उतरना इस सीट के यादव-मुस्लिम समीकरण और मनोरंजन जगत के उनके युवा प्रशंसकों को लामबंद करने का बड़ा दांव है, जिस पर अब तेजप्रताप यादव के तंज ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
