बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना के बीच जैसे-जैसे रुझान सामने आने लगे, राजनीतिक माहौल में उत्सुकता और रोमांच बढ़ता गया। इन्हीं रुझानों पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बिहार से मिल रहे संकेत न केवल उत्साहजनक हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व क्षमता और सुशासन की निरंतरता को भी मजबूत करते हैं।
2014 के बाद देश ने विकास-परख राजनीति देखी है
सीएम यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2014 से देश में एक नई, विकास आधारित राजनीति की शुरुआत हुई। केंद्र में लगातार तीन लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत ने इस सोच को और मजबूत किया। उन्होंने कहा कि एनडीए ने बार-बार साबित किया है कि जनता सुशासन, विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भरोसा करती है। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद अब बिहार भी इसी कड़ी में शामिल होता दिख रहा है। यादव ने माना कि बिहार के रुझान यह दर्शा रहे हैं कि लोगों का विश्वास पीएम मोदी के नेतृत्व में बने एनडीए गठबंधन पर लगातार बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने जिस विकास-केन्द्रित राजनीति का ढांचा तैयार किया है, जनता अब उसी दिशा में आगे बढ़ना चाहती है।
कांग्रेस गठबंधन पर साधा निशाना
सीएम मोहन यादव ने विपक्ष को भी निशाने पर लेते हुए साफ कहा कि तथाकथित कांग्रेस गठबंधन की व्यवस्थाओं से जनता का विश्वास उठ चुका है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा बनाए गए गठजोड़ जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे और लोगों ने इसे बार-बार नकारा है। उन्होंने टिप्पणी की, एनडीए ने देश के विकास और सुरक्षा के लिए जो नीतियां लागू की हैं, वे हर भारतीय का मनोबल बढ़ाने वाली हैं। कांग्रेस की राजनीति केवल भ्रम फैलाने तक सीमित रह गई है। बिहार के परिणाम इस बात की पुष्टि करते हैं कि जनता अब ऐसी राजनीति को अस्वीकार कर चुकी है। यादव ने प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष और एनडीए के सभी सहयोगी दलों को बढ़त के लिए बधाई भी दी।
भाजपा नंबर एक, जेडीयू दूसरे स्थान पर
सीएम ने कहा कि रुझानों में भाजपा पहले स्थान पर और जनता दल यूनाइटेड जेडीयू दूसरे स्थान पर दिखाई दे रही है। इस पर उन्होंने कहा कि यह गठबंधन की मजबूती और जनता के विश्वास का परिणाम है। कांग्रेस पर फिर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस ने बिहार में आरजेडी को डुबाने का काम किया है। लोकतंत्र में जनता का निर्णय सबसे ऊपर होता है। वही निर्णय लेती है और वही तय करती है कि कौन चलेगा और कौन नहीं।
इंदौर में सीएम की सरप्राइज विजिट
मतगणना के बीच सीएम मोहन यादव अचानक इंदौर के ऐतिहासिक गोपाल मंदिर पहुंच गए। यह उनका सरप्राइज विजिट था, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और स्थानीय लोगों से बातचीत भी की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, मैं खुद बिहार चुनाव में प्रचार करने गया था। चुनाव ने एक बार फिर दिखा दिया कि राजनीति जमीन पर रहने से होती है, हवा में नहीं। कांग्रेस जैसी पार्टियां अगर जमीन से कट जाएंगी, तो उनका राजनीतिक उछाल भी हवा में ही गायब हो जाएगा।
बिहार के नतीजे
यादव के बयान यह स्पष्ट करते हैं कि भाजपा और एनडीए के नेताओं के लिए बिहार के रुझान केवल जीत का संकेत नहीं, बल्कि एक व्यापक संदेश भी हैं कि जनता विकास, स्थिरता, मजबूत नेतृत्व और सुशासन चाहती है। बिहार जैसे बड़े और जटिल राजनीतिक परिदृश्य वाले राज्य में एनडीए की बढ़त राजनीतिक विश्लेषकों को भी नए समीकरणों पर सोचने के लिए मजबूर कर रही है। सीएम यादव का यह भी संकेत था कि बिहार के चुनाव परिणाम भविष्य के राज्यों में होने वाले चुनावों पर भी प्रभाव डाल सकते हैं। भाजपा अब इस बात को और मजबूती से प्रचारित कर रही है कि मोदी सरकार की नीतियों को जनता राज्य-दर-राज्य स्वीकार कर रही है।
