नई दिल्ली । इस समय चांदी की कीमतें आसमान छू रही हैं और साल 2025 में यह सोने से बेहतर रिटर्न देने वाली धातु बन चुकी है। सोमवार को भी इसकी कीमत में तेजी जारी रही। एमसीएक्स पर 5 दिसंबर की डिलीवरी वाली चांदी 5,000 रुपये से अधिक की बढ़त के साथ 1,52,322 रुपये तक पहुंच गई। सुबह 10 बजे यह 5,047 रुपये की तेजी के साथ 1,51,513 रुपये पर ट्रेड कर रही थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चांदी सोने से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है, खासकर छोटे निवेशकों के लिए। चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन कौशिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चांदी की तेजी को लेकर अपनी राय दी और इसे छोटे निवेशकों के लिए “साइलेंट गेम चेंजर” बताया। उन्होंने कहा कि आज चांदी सिर्फ गहने या सिक्के बनाने के लिए नहीं, बल्कि इंडस्ट्री और आधुनिक तकनीक के लिए भी बेहद जरूरी हो गई है।
कौशिक ने बताया कि हर ईवी बैटरी, सोलर पैनल और 5जी चिप में चांदी का इस्तेमाल हो रहा है। क्लीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, एआई और हाईटेक हार्डवेयर जैसे सेक्टरों में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सोने की तुलना में चांदी की कीमत का उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए आकर्षक है। आज सोने की कीमत चांदी के मुकाबले लगभग 88 गुना ज्यादा है, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह अनुपात 40 से 70 गुना के बीच रहा है।
छोटे निवेशकों के लिए चांदी को आसान और सुरक्षित विकल्प बताया जा रहा है। डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे गूगल पे या पेटीएम पर सिर्फ 500 से 1000 रुपये में भी डिजिटल चांदी खरीदी जा सकती है, जो बीमाकृत वॉल्ट में सुरक्षित रहती है। असली चांदी के सिक्के और बार भी लोकप्रिय हैं, लेकिन खरीदारों को भरोसेमंद डीलरों से ही खरीदारी करनी चाहिए।
कौशिक के अनुसार भारत दुनिया का सबसे बड़ा चांदी उपभोक्ता बन चुका है। साल 2024 में भारत का चांदी आयात 7,600 टन से अधिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह वृद्धि औद्योगिक और सांस्कृतिक मांग दोनों की वजह से हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव दोनों चुनौती और अवसर ले कर आते हैं, लेकिन लंबे समय के लिए समझदारी से निवेश करने पर लाभ की उम्मीद है।
