नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 27 नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। उधर, जनता दल (यूनाइटेड) [JDU] ने भी 16 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाते हुए कड़ा संदेश दिया है कि पार्टी में गुटबाजी और बगावत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आरजेडी ने अपने बयान में कहा कि जिन नेताओं को निष्कासित किया गया है, वे पार्टी की अधिकृत लाइन से हटकर या तो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतर गए थे या फिर अधिकृत प्रत्याशियों का विरोध कर रहे थे। पार्टी ने इन सभी की प्राथमिक सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है।
आरजेडी में कार्रवाई: 27 नेताओं पर गिरी गाज
निष्कासित नेताओं की सूची में कई प्रमुख नाम शामिल हैं — जिनमें परसा के विधायक छोटेलाल राय, आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जयसवाल, नवादा के गोविंदपुर से विधायक मोहम्मद कामरान, पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, अनिल सहनी, सरोज यादव और अनिल यादव शामिल हैं।
रितु जयसवाल इस बार सीतामढ़ी की परिहार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं, जबकि आरजेडी ने वहां स्मिता पूर्वे (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की बहू) को टिकट दिया है। इसी तरह मोहम्मद कामरान नवादा की गोविंदपुर सीट से बगावत कर मैदान में हैं, जहां पार्टी ने पूर्णिमा यादव, पूर्व विधायक कौशल यादव की पत्नी, को उम्मीदवार बनाया है।
जेडीयू में भी कड़ा एक्शन, 16 नेता बाहर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू ने भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 16 नेताओं को निष्कासित कर दिया है। इनमें मौजूदा विधायक गोपाल मंडल, पूर्व विधायक महेश्वर यादव और पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह जैसे नाम शामिल हैं। जेडीयू ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि सभी नेताओं ने “पार्टी के अनुशासन और संगठनात्मक मूल्यों का उल्लंघन” किया है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब पार्टी ने एक दिन पहले ही 11 अन्य नेताओं को भी समान कारणों से निष्कासित किया था। लगातार दो दिनों में हुई इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार की सत्ताधारी जेडीयू चुनाव से पहले संगठनात्मक अनुशासन को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहती।
बिहार में दो चरणों में मतदान
चुनाव आयोग के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को। मतगणना 14 नवंबर को होगी। राज्य की राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है। महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
