नई दिल्ली।सनातन धर्म में देवउठनी एकादशी का पर्व विशेष महत्व रखता है। पुराणों के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के शयन काल (योगनिद्रा) के बाद जागृत होते हैं, जिसके साथ ही सभी शुभ कार्य और मांगलिक आयोजन पुनः शुरू हो जाते हैं। इस साल यह दिव्य पर्व 01 नवंबर 2025, शनिवार को मनाया जाएगा।
ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है, जिससे घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
देवउठनी एकादशी पर घर की इन 5 जगहों पर जलाएं दीपक
दीपक को भगवान का प्रतीक और अंधकार को दूर करने वाला माना गया है। इन स्थानों पर दीपक जलाने से घर में दैवीय शक्ति का वास होता है:
स्थान महत्व लाभ
1. तुलसी का पौधा तुलसी माता को हरिप्रिया और लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, वैवाहिक जीवन में प्रेम और भगवान विष्णु-लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
2. मुख्य द्वार यह घर में सकारात्मकता के प्रवेश का स्थान है। बुरी नजर से सुरक्षा होती है, व्यापार और नौकरी में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
3. पीपल का पेड़ पीपल में त्रिदेवों का वास माना जाता है। आर्थिक परेशानियों और कर्ज से जूझ रहे लोगों को धन लाभ के नए रास्ते मिलते हैं। (शाम के समय 7 परिक्रमा करें)
4. रसोई घर यह अन्नपूर्णा देवी का स्थान है। घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। (दीपक जलाकर मीठा प्रसाद अर्पित करें)
5. तुलसी विवाह का मंडप भगवान शालिग्राम और तुलसी माता के विवाह का आयोजन। वैवाहिक जीवन में सौहार्द बढ़ता है और विवाह योग्य व्यक्तियों के लिए अच्छे रिश्ते के अवसर आते हैं।
अन्य विशेष उपाय और सावधानियां
देवउठनी एकादशी पर दीपक जलाने के साथ-साथ ये उपाय भी बेहद लाभकारी माने गए हैं:
सजावट: पूरे घर की साफ-सफाई करें, मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और फूल या आम के पत्तों का तोरण लगाएं।
पूजन: सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें और तुलसी माता को दूध व जल चढ़ाएं।
मंत्र जाप: शाम को पूरे घर में घी के दीपक जलाकर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है।
दान: यदि संभव हो, तो गरीबों को अन्न, भोजन या मिठाई का दान अवश्य करें।
इस दिव्य दिन पर पूरी श्रद्धा और नियत से किए गए ये उपाय आपके जीवन में नई खुशियों का प्रवेश सुनिश्चित करते हैं।
