नई दिल्ली । दिवाली केवल रोशनी और मिठाई का त्यौहार नहीं है, बल्कि यह खुशियों, समृद्धि और आध्यात्मिकता का प्रतीक भी है। इस बार श्रद्धालु घर पर बैठने के बजाय धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं, जहां दिवाली पर विशेष पूजा, अनुष्ठान और आरती का आयोजन होता है। भारत में कई भव्य लक्ष्मी मंदिर हैं, जिनका दर्शन दिवाली के समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है। ये मंदिर न केवल धन और सौभाग्य की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद देते हैं, बल्कि वास्तुकला और उत्सव के कारण यात्रियों के लिए अविस्मरणीय स्थल भी हैं।
1. मुंबई का महालक्ष्मी मंदिर
दक्षिण मुंबई में स्थित महालक्ष्मी मंदिर, 1831 में बना, भाग्य की देवी को समर्पित सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है। महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के पास होने के कारण यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। दिवाली के दिन मंदिर में भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। इसकी शानदार सजावट, आरती की रौनक और भक्ति का माहौल इसे मुंबई आने वाले पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव बनाता है।
2. कोल्हापुर का महालक्ष्मी मंदिर
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित अंबाबाई मंदिर लगभग सातवीं शताब्दी का है और इसे देश के सबसे प्रतिष्ठित लक्ष्मी मंदिरों में गिना जाता है। ऐतिहासिक वास्तुकला और भव्यता के कारण यह मंदिर दिवाली पर दूर-दूर से आने वाले सैकड़ों भक्तों को आकर्षित करता है। यह धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र भी बन चुका है।
3. दिल्ली का लक्ष्मी नारायण मंदिर
नई दिल्ली में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर, जिसे बिड़ला मंदिर भी कहा जाता है, अपनी भव्य वास्तुकला और आकर्षक डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित इस मंदिर में दिवाली के दौरान विशेष भक्ति अनुष्ठान और समारोह आयोजित होते हैं। यह मंदिर धार्मिक यात्रियों के लिए दिल्ली का प्रमुख आकर्षण बन जाता है।
4. चेन्नई का अष्ट लक्ष्मी मंदिर
तमिलनाडु के चेन्नई में अष्ट लक्ष्मी मंदिर देवी लक्ष्मी के आठ स्वरूपों की पूजा के लिए जाना जाता है। बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित शांत वातावरण और दिवाली के विशेष अनुष्ठान इसे पर्यटकों और धार्मिक यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हैं।
5. कोलकाता का महालक्ष्मी मंदिर
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित महालक्ष्मी मंदिर, दिवाली पर भव्य सजावट और सामुदायिक समारोहों के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर की रोशनी और उत्सव का माहौल भक्तों और पर्यटकों दोनों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
दिवाली पर इन मंदिरों की यात्रा न केवल आध्यात्मिक अनुभव देती है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक विविधता का जीवंत अनुभव भी कराती है।
